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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः मेघालय पुलिस ने इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। हत्यारों ने एक अज्ञात महिला की हत्या करने और उसके शव को जलाने की योजना बनाई थी ताकि यह लगे कि वह राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी है। पुलिस ने कहा कि उनका इरादा सच्चाई सामने आने से पहले सोनम को छिपने के लिए और समय देना था। राजा रघुवंशी को खत्म करने की पूरी साजिश इंदौर में उसकी शादी से कुछ समय पहले तय की गई थी। पुलिस ने बताया कि पहले प्लान के तहत लोगों को यह विश्वास दिलाना था कि सोनम नदी में बह गई है, जबकि दूसरी योजना में किसी भी महिला की हत्या करके उसके शव को सोनम के स्कूटर में रखकर जलाना था। फिर यह दावा करना था कि यह सोनम का शव है।
राज था मास्टरमाइंड, तीन प्लान लेकर आया था राजा को मारने
मेघालय पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि राज कुशवाहा पूरी साजिश का मास्टरमाइंड था। पूर्वी खासी हिल्स जिले के एसपी विवेक सिम ने कहा कि सभी आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया है। पूरी साजिश इंदौर में रची गई थी। राजा से सोनम की शादी से ठीक पहले योजना बनाई गई थी और इसका मास्टरमाइंड राज था। सोनम इसमें भागीदार रही। हत्या की साजिश राजा और सोनम की शादी से तीन महीने पहले फरवरी में बनी थी। आरोपियों ने सोनम को गायब करने के अलग-अलग तरीके सोचे। राजा की हत्या को लेकर तीन प्लान तैयार किए गए थे। एक फेल होता तो दूसरे पर काम शुरू हो जाता। उन्होंने कहा कि तीनों हत्यारे आकाश ठाकुर, आनंद कुर्मी और विशाल चौहान दोस्त हैं। उनमें से एक राज का चचेरा भाई है।
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पहले प्लान के तहत राजा को गुवाहाटी में ही मारना था
जब राजा और सोनम ने शादी की और 20 मई को कामाख्या मंदिर में दर्शन के लिए आए तो किलर भी उसी शहर में थे। वो कुछ दिन पहले 19 मई को वहां पहुंच गए थे। उनकी योजना राजा को गुवाहाटी में कहीं मारने की थी। प्लान सफल नहीं हुआ इसलिए उन्होंने शिलांग और फिर सोहरा आने की योजना बनाई। फिर वो सारे नोंग्रियाट (सोहरा के पास) में मिले और लिविंग रूट ब्रिज से साथ में वापस आए। फिर वेइसाडोंग फॉल्स की ओर बढ़े। यहां पार्किंग थी, जहां तीन हमलावरों ने 23 मई को राजा की हत्या की। सोनम मौके पर मौजूद थी। हत्या के बाद शव को एक खाई में फेंक दिया गया।
तीन स्कूटरों पर सवार होकर क्राइम सीन से भागे थे सारे आरोपी
हत्या और शव को ठिकाने लगाने की पूरी घटना दोपहर 2 बजे से 2.18 बजे के बीच हुई, जब तीनों हत्यारे और सोनम घटनास्थल से चले गए। सोनम ने जो रेनकोट पहना हुआ था, उसे आकाश को दे दिया क्योंकि उसकी शर्ट पर खून के धब्बे थे। चारों तीन स्कूटरों (दो हत्यारों ने किराए पर लिए और एक राजा और सोनम ने) में सवार होकर चले गए। सोनम ने एक स्कूटर खुद चलाया। पुलिस ने कहा कि एडी व्यूपॉइंट पर वो उतर गए और आकाश ने रेनकोट फेंक दिया, क्योंकि उस पर भी खून के धब्बे भी थे। रेनकोट को ठिकाने लगाने के बाद आकाश ने सोनम को पीछे की सीट पर बिठाकर स्कूटर चलाया। आनंद कुर्मी ने वो स्कूटर चलाया जिसे राजा और सोनम ने किराए पर लिया था। इसे सोहरारिम में छोड़ दिया। ये स्कूटर पुलिस को 24 मई को मिला। जबकि रेनकोट 4 जून को मिला और राजा का शव लगभग 4 किमी दूर वेइसाडोंग फॉल्स से 25 मई को मिला।
सोनम ने बुर्का पहना और टैक्सियां बदलकर पहुंची बस स्टैंड
इसके तुरंत बाद सोनम एक टैक्सी में सवार हुई। राज के कहने पर विशाल चौहान ने उसे एक बुर्का दिया। सोनम ने बुर्का पहना और उस टैक्सी से शिलांग पहुंची। वहां से गुवाहाटी जाने के लिए एक और टैक्सी ली। वहां से उसने आरा के लिए दूसरी बस पकड़ी और फिर लखनऊ के लिए ट्रेन पकड़ी। लखनऊ से उसने इंदौर के लिए बस पकड़ी। जब आरोपियों को खबरों से पता चला कि मेघालय पुलिस ने राजा की हत्या में तीन संदिग्धों की पहचान कर ली है तो राज ने सोनम को इंदौर छोड़ने और अपहरण की शिकार के रूप में सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) में फिर से आने के लिए कहा।
आकाश की अरेस्ट से घबरा गया था राज
लेकिन जब 8 जून को सोनम इंदौर से निकल रही थी तो मेघालय की दो पुलिस टीमें पहले से ही उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में थीं। पुलिस ने कहा कि जब उस दिन उत्तर प्रदेश के ललितपुर में आकाश की गिरफ्तारी हुई तो राज को सूचना मिली कि कुछ लोगों ने आकाश का अपहरण कर लिया है। सायम ने बताया कि राज घबरा गया और उसने सोनम को फोन करके कहा कि वह इंदौर में अपने परिवार को फोन करे। उन्हें बताए कि वह अपहरण करने वालों के चंगुल से बचकर भागी है। इसीलिए सोनम 9 जून की सुबह यूपी के गाजीपुर में एक चाय की दुकान पर दिखाई दी। वही वो पकड़ी गई। Raja Murder Latest Update
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