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सिस्टम को हिलाने वाली अर्चना मिली, रडार पर एक कांस्टेबल

भाई दिव्यांशु ने बताया कि वह जीवित है। पुलिस के निशाने पर एक कांस्टेबल है। अपने परिवार से अर्चना ने संपर्क जब बंद किया तो इस कांस्टेबल के साथ उसकी बात हो रही थी।

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Shailendra Gautam
Crime News : दिल्ली में मां-बेटे का दर्दनाक अंत - वो खूनी रात का राज़! | यंग भारत न्यूज

Crime News : दिल्ली में मां-बेटे का दर्दनाक अंत - वो खूनी रात का राज़! | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः सात अगस्त की रात तकरीबन 10:15 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन से अचानक लापता हुई लॉ ग्रेजुएट अर्चना तिवारी का पता चल गया है। वो कहां है पुलिस फिलहाल इस बात का खुलासा करने को तैयार नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल उससे पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि वो कैसे लापता हुई थी। पुलिस के निशाने पर एक कांस्टेबल है। अपने परिवार से अर्चना ने संपर्क जब बंद किया तो इस कांस्टेबल के साथ उसकी बात हो रही थी। 

मध्य प्रदेश में सिविल जज बनने की इच्छुक छात्रा के रहस्यमयी तरीके से लापता होने की खबर ने पूरे सूबे को झकझोर कर रख दिया था। 29 वर्षीय अर्चना तिवारी के बारे में पता चला है कि वह इंदौर से कटनी जाने वाली ट्रेन में सवार हुई थीं। लेकिन उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था। अब पता चला है कि वह ग्वालियर में तैनात एक कांस्टेबल के संपर्क में थी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

भाई बोला- जीवित है उसकी बहन

उनके भाई दिव्यांशु ने बताया कि वह जीवित है। लेकिन उसके आगे कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। उसका कहना था कि पुलिस आगे की जानकारी साझा करेगी। भोपाल रेलवे डिवीजन के एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने कहा कि पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, लेकिन उन्होंने और कोई जानकारी साझा नहीं की। अर्चना ने अपनी मां से बात करके अपनी लोकेशन बताई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक है कि रेलवे पुलिस की टीम उन्हें लेने के लिए उस जगह के लिए रवाना हो गई है।

इंदौर में रहकर जज बनने की तैयारी कर रही थी

लॉ ग्रेजुएट छात्रा इंदौर में न्यायिक सेवाओं की तैयारी कर रही थी। उसने 7 अगस्त को इंदौर से बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस ली थी। उसने आखिरी बार अपनी मां से तब बात की थी जब ट्रेन रात 10:15 बजे भोपाल पहुंची थी। उसके बाद वह लापता हो गई। पुलिस को उसका बैग उमरिया स्टेशन पर लावारिस हालत में मिला। उसकी आखिरी मोबाइल लोकेशन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर मिली थी। इटारसी में उसका फोन कुछ देर के लिए इंटरनेट से जुड़ा था। माना जा रहा है कि ऑफलाइन होने से पहले शायद कोई इंटरनेट कॉल की गई होगी।

पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई थी अर्चना

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पुलिस के लिए अर्चना को तलाश करना एक चुनौती बन गया था। पुलिस हरकत में आई और रेलवे स्टेशनों के 97 कैमरों की फुटेज खंगाली। तीन पुलिस टीमें तैनात की गईं। बुधनी और बरखेड़ा के बीच पहाड़ी इलाके मिडघाट के जंगल में खोजी कुत्तों, गोताखोरों और ड्रोन की मदद से तलाशी ली गई। अर्चना तिवारी के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया हैंडल की जांच की गई। उसके दोस्तों और सहपाठियों से भी पूछताछ की गई जिनसे वह नियमित संपर्क में थीं। इसके अलावा, पुलिस ने ट्रेन के टिकट चेकर, कोच अटेंडेंट और सह-यात्रियों से भी पूछताछ की।

ट्रेन में मिला था अर्चना तिवारी का बैग

पीड़िता कटनी के मंगल नगर इलाके की रहने वाली है और सिविल जज परीक्षा की तैयारी के सिलसिले में इंदौर में रह रही थी। अचानक लापता होने से पहले उसने आखिरी बार अपने परिवार से संपर्क किया था। जिस समय उसने फोन किया था, उस समय ट्रेन भोपाल पहुंचने वाली थी। उसके बाद से पीड़िता का मोबाइल फोन बंद आ रहा था। जब अर्चना कटनी साउथ स्टेशन पर नहीं पहुंची तो उसके परिवार ने तुरंत उसकी तलाश शुरू की। उमरिया इलाके में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को भी सूचित किया। अर्चना के रिश्तेदारों ने ही ट्रेन से उसका बैग ढूंढ़ा, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। जब यात्रियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि अर्चना को इंदौर से भोपाल जाते हुए देखा गया था, लेकिन उसके बाद उसका कोई पता नहीं चला।

जीआरपी कटनी के सब-इंस्पेक्टर अनिल मारवी के अनुसार बीच सफर में ट्रेन से गायब हुई अर्चना समझदार और पढ़ी-लिखी थी, जिससे उसका अचानक गायब होना संदिग्ध लग रहा था। अर्चना से संपर्क करने और उसकी लोकेशन का पता लगाने की कोशिश की गई, लेकिन उसका मोबाइल फोन बंद है। छात्रा के हॉस्टल से निकलते समय का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। लेकिन, ऐसा कोई फुटेज नहीं मिला जिससे यह पता चल सके कि वह ट्रेन से कहां उतरी थी।

Archana Tiwari, missing student, Bhopal Railway Police, Indore

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