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क्रिप्टो करेंसी में मुनाफे का लालच देकर युवक से ठगी। Photograph: (प्रतीकात्मक)
कानपुर, वाईबीएन संवाददाता (Kanpur News)
शहर में लगातार ठगी के मामले सामने आने के बाद भी लोग जागरूक नहीं हैं और लगतार साइबर फ्राड में फंसते जा रहे हैं। साइबर ठग नए नए हथकंडे अपनाकर लोगों की मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे है। ताजा मामला कानपुर के बादशाहीनाका का है, जहां पर क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ठगी कर ली गई। पहले युवक को क्रिप्टो करेंसी निवेश में मुनाफे का झांसा देकर जाल में फंसाया फिर टाक्स रिवार्ड देकर 31 हजार रुपये ठग लिये। साइबर ठगों में युवक से और निवेश को बोला तब उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। युवक ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
पहले लालच फिर ठगी को दिया अंजाम
बादशाही नाका के जनरलगंज निवासी श्रेष्ठ तिवारी के वाट्सएप अकांउट पर बीती 25 फरवरी को अनजान नंबर से मैसेज आया। इसमें क्रिप्टो करेंसी में निवेश की बात कही गई। इसके बाद 27 फरवरी को एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया गया। श्रेष्ठ ने उसके बताए अनुसार कुछ निवेश किया, जिसके बाद श्रेष्ठ को 5 हजार रुपए का फायदा हुआ। फायदा होने से उसका भरोसा बढ़ गया। फिर से टाक्स रिवार्ड का झांसा देकर निवेश के लिए मैसेज आया तो उसने दो बार में 31 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए। कुछ समय बाद फिर से निवेश को कहा गया तब उसे कुछ शक हुआ। इसपर उसने जानकारी की तो पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया है। उसने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है।
टाक्स रिवार्ड के झांसे में फंसा युवक
पहले श्रेष्ठ से थोड़ा निवेश कराकर 5 हजार रुपये का मुनाफा दिया, जिसके बाद श्रेष्ठ का लालच बढ़ गया। टाक्स रिवार्ड का झांसा देकर दो बार में 31 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए, जिसके बाद कुछ नहीं मिला। साइबर ठगो ने पुनः टाक्स रिवार्ड का झांसा देकर 65 हजार रुपए ट्रांसफर कराने का प्रयास किया हालांकि तबतक श्रेष्ठ को शक हो गया।
मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी
श्रेष्ठ ने पहले ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई फिर 10 अप्रैल को बादशाहीनाका थाने में जाकर तहरीर दी। इसके बाद 318 (4) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और अब पुलिस जांच में जुटी है। बादशाहीनाका थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच और कार्रवाई की जा रही है।