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फांसी तो रोक दी पर Girlfriend को मारे हर चाकू के लिए HC ने दी खौफनाक सजा

बरहामपुर की एक फास्ट-ट्रैक अदालत ने सुशांत को सितंबर 2023 में फांसी की सजा सुनाई थी। सुशांत ने अपनी 18 वर्षीय प्रेमिका सुतापा चौधरी की उसके छात्रावास के सामने सड़क पर खुलेआम 42 बार चाकू मारकर हत्या की थी।

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Shailendra Gautam
Murder

Photograph: (Google)

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः सुशांत चौधरी को मई 2022 में अपनी प्रेमिका सुतापा चौधरी की हत्या के लिए निचली अदालत की तरफ से दी गई मौत की सजा को कलकत्ता हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया लेकिन उसे जो सजा दी गई वो बेहद खौफनाक है। सुशांत ने अपनी प्रेमिका को 42 बार चाकू से गोदा था। हाईकोर्ट ने हर वार की सजा दी। हाईकोर्ट ने कहा कि सुशांत किसी भी नजरिये से समाज में रहने का हकदार नहीं है। उसे बाकी की जिंदगी जेल में काटनी होगी। Judiciary | judiciary  judiciary of india 

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24 साल के सुशांत को हाईकोर्ट से 42 साल की सजा

हाईकोर्ट के जस्टिस देबांगशु बसाक और मोहम्मद शब्बर रशीदी की बेंच ने निचली अदालत के फैसले को रद्द कर दिया और सुशांत को 50 हजार रुपये के जुर्माने के साथ 40 साल कैद की सजा सुनाई। सजा की गणना उसकी गिरफ्तारी की तारीख से की जाएगी। अगर वह जुर्माना भरने में असमर्थ है तो 24 वर्षीय को कुछ और साल जेल में बिताने होंगे। यानि उसे जेल में 42 साल से ज्यादा का वक्त गुजारना होगा। 

फास्ट ट्रैक कोर्ट ने सुनाई थी फांसी की सजा

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पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बरहामपुर की एक फास्ट-ट्रैक अदालत ने सुशांत को सितंबर 2023 में फांसी की सजा सुनाई थी। सुशांत ने अपनी 18 वर्षीय प्रेमिका सुतापा चौधरी की उसके छात्रावास के सामने सड़क पर खुलेआम 42 बार चाकू मारकर हत्या की थी। उसके बाद वो फरार हो गाया। मई 2022 में सुतापा की हत्या के बाद आरोपी को पुलिस ने मालदा जिले में उसके गृहनगर से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इलाके में लगे कैमरों की फुटेज की जांच करने के बाद सुशांत को गिरफ्तार किया था। मुकदमे के दौरान 32 चश्मदीद गवाहों ने गवाही देकर सुशांत को हत्यारा बताया था।
एक साल की सुनवाई के बाद संतोष कुमार पाठक की अदालत ने मई 2022 में सुशांत चौधरी को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी। मौत की सजा मिलने के तुरंत बाद सुशांत के वकील पीयूष घोष ने मीडिया से कहा था कि वह कलकत्ता हाईकोर्ट में फैसले को चुनौती देंगे। लेकिन उनको ये नहीं पता था कि हाईकोर्ट ऐसा फैसला देगा। 

सुशांत ने सुतापा को मारे थे 42 चाकू 

18 वर्षीय कॉलेज छात्रा सुतापा चौधरी मुर्शिदाबाद के बरहामपुर में एक गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी। वह हाई स्कूल के समय से ही सुशांत के साथ रिलेशनशिप में थी। दोनों की मुलाकात एक कोचिंग सेंटर में हुई थी। दोनों मालदा जिले के निवासी थे। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद सुतापा मुर्शिदाबाद चली गई और बरहामपुर गर्ल्स कॉलेज में दाखिला ले लिया। इस दौरान सुशांत को ड्रग्स की लत लग गई। सुतापा ने ब्रेकअप की घोषणा कर लिया। जिसके बाद सुशांत ने उसे मारने का फैसला किया। सुशांत उसे वापस पाने की कोशिश में ब्लैकमेल करता था और कई मौकों पर उसे जान से मारने की धमकी भी दे चुका था। सुशांत ने उसे 42 बार चाकू घोंपा था। जब कुछ स्थानीय युवकों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो आरोपी ने उन्हें डराने के लिए एक खिलौना पिस्तौल तान दी। सरकारी वकील बिभास चटर्जी ने कहा कि सुशांत ने माना कि उसने सुतापा को इसलिए मारा क्योंकि वह रिश्ते से बाहर निकल गई थी। 

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