नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । इंदौर से लापता दम्पति सोनम और अभिषेक रघुवंशी के मामले में नया मोड़ आ गया है। सोनम के पिता ने मेघालय पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- "मेरी बेटी बेगुनाह है, CBI जांच होनी चाहिए!" यह घटनाक्रम इंदौर से मेघालय तक सवालों के घेरे में है।
मध्यप्रदेश के इंदौर से लापता हुए दम्पति सोनम और अभिषेक रघुवंशी का मामला हर गुजरते दिन के साथ और भी उलझता जा रहा है। यह सिर्फ एक गुमशुदगी का मामला नहीं रहा, बल्कि अब इसमें साजिश, आरोप-प्रत्यारोप और गहरे रहस्य की परतें जुड़ती जा रही हैं। हाल ही में सोनम रघुवंशी के पिता देवी सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेघालय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से CBI जांच की मांग की है।
एक विवाह, एक रहस्य और कई सवाल
देवी सिंह के अनुसार, सोनम और अभिषेक की शादी दोनों परिवारों की पूरी सहमति से हुई थी। वे एक खुशहाल जीवन जी रहे थे, लेकिन फिर अचानक उनके लापता होने की खबर ने सबको स्तब्ध कर दिया। इस घटनाक्रम में मेघालय पुलिस की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। देवी सिंह का कहना है कि मेघालय पुलिस पहले दिन से ही झूठ बोल रही है और उनकी बेटी को फंसाने की कोशिश कर रही है। यह आरोप अपने आप में चौंकाने वाला है, क्योंकि यह सीधे तौर पर एक राज्य की पुलिस की कार्यप्रणाली पर उंगली उठा रहा है।
गाजीपुर का ढाबा और एक रहस्यमयी फोन कॉल
इस मामले में सबसे ताजा और सनसनीखेज खुलासा तब हुआ जब देवी सिंह ने बताया कि उनकी बेटी सोनम मंगलवार रात उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर आई थी। वहां से उसने अपने भाई को फोन किया। यह जानकारी मिलते ही पुलिस उस ढाबे पर पहुंची और सोनम को अपने साथ ले गई। देवी सिंह का आरोप है कि उन्हें अभी तक अपनी बेटी से बात करने नहीं दिया गया है। यह स्थिति न केवल परिवार के लिए चिंताजनक है, बल्कि कई अनसुलझे सवालों को भी जन्म देती है। सोनम ढाबे पर क्या कर रही थी? उसने अपने भाई को क्यों फोन किया? और सबसे महत्वपूर्ण, पुलिस ने उसे परिवार से बात किए बिना क्यों हिरासत में लिया?
"मेरी बेटी 100% बेगुनाह है!" - पिता का दृढ़ विश्वास
देवी सिंह अपनी बेटी की बेगुनाही को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। उनका कहना है, "मेरी बेटी ऐसा काम क्यों करेगी (अपने पति को मार डालेगी)? मेघालय पुलिस पूरी तरह झूठ बोल रही है... मेरी बेटी 100% बेगुनाह है..." यह बयान एक पिता के दर्द और विश्वास को दर्शाता है, जो अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उनके अनुसार, अभिषेक को मारने का आरोप बेबुनियाद है और मेघालय पुलिस किसी गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है।
CBI जांच की मांग: क्यों है जरूरी?
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, देवी सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से CBI जांच की अपील की है। उनका मानना है कि जब तक केंद्रीय एजेंसी इस मामले की जांच नहीं करेगी, तब तक सच्चाई सामने नहीं आ पाएगी। स्थानीय पुलिस पर लगाए गए गंभीर आरोप और मामले की बढ़ती जटिलता को देखते हुए, CBI जांच की मांग पूरी तरह से जायज प्रतीत होती है। यह मामला अब केवल इंदौर या मेघालय तक सीमित नहीं है, बल्कि इसने राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है, और सोशल मीडिया पर #इंदौरलापतादम्पति और #CBIजांच जैसे हैशटैग तेजी से ट्रेंड कर रहे हैं।
क्या यह किसी बड़े खेल का हिस्सा है?
सोनम के पिता के खुलासे और मेघालय पुलिस पर लगाए गए आरोपों ने इस मामले को और भी रहस्यमयी बना दिया है। क्या वाकई मेघालय पुलिस कुछ छिपा रही है? क्या सोनम को फंसाने की कोशिश की जा रही है? ये वो सवाल हैं जिनके जवाब CBI जांच ही दे सकती है। यह मामला अब सिर्फ एक गुमशुदगी का नहीं, बल्कि एक आपराधिक साजिश का रूप ले चुका है, जिसमें कई किरदार और उनके छिपे हुए इरादे हो सकते हैं. आम जनता भी इस मामले की सच्चाई जानने को उत्सुक है, और वे सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
यह घटनाक्रम दिखाता है कि कैसे एक सामान्य दिखने वाला मामला समय के साथ कितना जटिल और संवेदनशील हो सकता है। इंदौर के लापता दम्पति का यह मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर बहस का विषय बन गया है, और सभी की निगाहें CBI जांच के फैसले पर टिकी हैं।
क्या आप इस मामले में CBI जांच की मांग से सहमत हैं? कमेंट करें और अपनी राय दें।
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