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कानपुर पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किए ठगी के आरोपी। Photograph: (वाईबीएन)
कानपुर, वाईबीएन संवाददाता (Kanpur News)
झारखंड का अमरजीत मंडल 12वीं पास है और उसका साथी रीतेश ने बीए की पढ़ाई की है। इस ठग जोड़ी ने अबतक सीयूजीएल के हजारों उपभोक्ताओं से करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है। इनके पास हजारों सीयूजीएल उपभोक्ताओं का डाटा है। ये कंपनी के अफसर और कर्मचारी बनाकर कॉल करते हैं और झांसे में आने वाले को apk फाइल भेजकर मोबाइल हैक करते हैं। इसके बाद उसका पूरा अकाउंट खाली कर देते हैं। कानपुर के लोहा कारोबारी की शिकायत पर पुलिस दोनों तक पहुंची और ठगी के इस नए खेल का खुलासा किया है। उनके 12 खातों में करीब 50 लाख रुपये भी मिले हैं।
लोहा कारोबारी से 14.59 लाख ठगे
पनकी निवासी लोहा कारोबारी विनोद ने साइबर थाने में शिकायत की थी। उसने बताया था कि 11 मार्च को अनजान नम्बर से फोन कॉल आया था। कॉलर ने खुद को सीयूजीएल का कर्मचारी बताते हुए कहा कि कनेक्शन पुराना हो गया है और बिल भी बकाया है। कनेक्शन का रिन्युवल कराना होगा वरना जुर्माना भरना पड़ेगा। उसने कहा कि आप को एक फाइल भेज रहे हैं, जिसकी मदद से आप रिन्युवल कर लें। उसके झांसे में आकर उन्होंने कालर द्वारा भेजी गई APK फाइल डाउनलोड करके खाते से जुड़ी डिटेल भर दी। इसके बाद उनके खाते से अलग अलग ट्रांजेक्शन के जरिए 14.59 लाख रुपए निकल गए।
झारखंड में बैठकर की साइबर ठगी
डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आबिदी ने बताया कि साइबर थाने में मुकदमा दर्ज करके क्राइम ब्रांच जांच में जुट गई। मोबाइल नंबर और एकाउंट डिटेल्स की जांच करते हुए पुलिस झारखंड तक पहुंची। उनकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस झारखंड के गिरिडीह जिले के थाना बगोदर तक पहुंच गई। इसके बाद अटका गांव से शातिर अमरजीत मंडल और रितेश को गिरफ्तार कर लिया। दोनों शातिर ठग यहीं से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे।
12 खातों में 50 लाख मिले
शातिरों के पास से सीयूजीएल के हजारों उपभोक्ताओं का डेटा मिला है। उनके एक दर्जन खातों से करीब 50 लाख रुपए मिले हैं, जिन्हें फ्रीज कर दिया गया है। सीयूजीएल के हजारों उपभोक्ताओं से करोड़ों रुपये ठग चुके हैं। उनके पास से कार, 16 सिम कार्ड, 5 डेबिट कार्ड और 5 क्रेडिट कार्ड बरामद किए गए हैं। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।