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Human Trafficking : कानपुर पुलिस की सजगता से बड़ा खुलासा, समाजसेवी संस्था की आड़ में बेची 15000 लड़कियां

कानपुर कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है, समाजसेवी संस्था की आड़ में मानव तस्करी का बड़ा खुलासा किया है। किशोरी को अगवा करने में पकड़ी गई महिला बीते 11 साल में 15 हजार से ज्यादा लड़कियों को बेच चुकी है।

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Abhishek kumar
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कानपुर से अगवा किशोरी की बरामदगी ने खोला राज।

कानपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। Photograph: (वाईबीएन)

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कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क  (Kanpur News)

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कानपुर कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है, समाजसेवी संस्था की आड़ में मानव तस्करी का बड़ा खुलासा किया है। किशोरी को अगवा करने में जयपुर से पकड़ी गई महिला बीते 11 साल में 15 हजार से ज्यादा लड़कियों को बेच चुकी है। नौबस्ता थाना चौकी पुलिस ने महिला व कार चालक को गिरफ्तार किया है और अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू की है। 

नौबस्ता से अगवा हुई थी किशोरी

नौबस्ता क्षेत्र निवासी एक मजदूर की 16 वर्षीय बेटी पड़ोसी सौरभ मिश्रा की छोटी बेटी को पढ़ाती थी। सौरभ उसे अगवा कर जयपुर के खोनागुरिया के प्रेमनगर निवासी गायत्री के फार्म हाउस ले गया और उसे बेहोश कर दिया गया। होश में आने के बाद उसने सीकर में खुद को नरोत्तम के घर में पाया। नरोत्तम से विवाह हो जाने की जानकारी पर उसने आत्महत्या की धमकी दी तो नरोत्तम उसे गायत्री के फार्महाउस ले गया। किसी तरह उसने बाहर निकलकर एक व्यक्ति के मोबाइल फोन से घरवालों को बताया तो कानपुर पुलिस ने जयपुर जाकर उसकी मदद से गायत्री और चालक हनुमान सिंह को पकड़कर ले आई और पूछताछ की।

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डेढ़ लाख से ढाई लाख में बेचती थी लड़कियां

पुलिस की पूछताछ में गायत्री ने बताया कि वह जयपुर के अंखुरिया में गायत्री सर्व समाज फाउंडेशन के नाम से समाजसेवी संस्था चलाती है। किशोरी को उसने 1.30 लाख में खरीदा था और ढाई लाख में बेचकर सामूहिक विवाह में शादी करा दी थी। पुलिस को पता चला कि गायत्री विवाह कराने के नाम पर वर्ष 2014 से लड़कियाें की खरीद-फरोख्त करती आ रही है। उसने अबतक 15000 से ज्यादा लड़कियों को सामूहिक विवाह के लिए बेची हैं।

संस्था के नाम पर कराती थी सामूहिक विवाह

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गायत्री अपनी संस्था के माध्यम से सामूहिक विवाह का आयोजन कराती ताकि कोई कानूनी अड़चन न आए। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लड़कियों की शादी न कर पाने वाले परिवारों से गायत्री ने नेटवर्क बनाया था। ऐसे परिवारों को धन का लालच देकर लड़की ले जाते थे, कई विधवा महिलाएं भी उसके झांसे में आईं। लड़की व युवती खरीदने वाले कम उम्र, कद काठी व चेहरे के अनुसार कीमत देते थे। वह उनका सामूहिक विवाह करा देती थी, इससे पहले लड़कियाें को फार्महाउस में नशीला पदार्थ देकर रखती थी। ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ व हरियाणा से लड़कियों और महिलाओं को लाती थी।

ऐसे गिरफ्त से छूटी नौबस्ता की किशोरी

गायत्री ने अपने फार्म हाउस में शबाना को भी करीब चार से बंधक बना रखा था। किशोरी की हालत देखकर उसे तरस आ गया और किसी तरह उसने किशोरी को फार्म हाउस की दीवार के पार कूदा दिया और किशोरी भागने में कामयाब हो गई। बाहर आने के बाद उसने एक वयक्ति के फोन से मां से बात की और घटना बताई। स्थानीय पुलिस से जानकारी मिलने के बाद नौबस्ता थाना पुलिस जयपुर पहुंची। पुलिस की दबिश के बाद मुक्त हुई शबाना ने बताया कि कोलकाता से नौकरी दिलाने का झांसा देकर 40 हजार रुपये देकर यहां लाकर रखा था।

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क्या कहते हैं अफसर

कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की सजगता से आज एक किशोरी के मुक्त होने के साथ मानव तस्कर के बड़े गिरोह का खुलासा हुआ है। एसीपी चित्रांशु गौतम के मुताबिक पकड़ी गई महिला गायत्री से पूछताछ के बाद करीब 15 हजार शादियां कराने की बात सामने आई है। खरीद-फरोख्त के मामलों की जांच की जा रही है। किशोरी के अपहरण में शामिल रहे सौरभ, उसकी पत्नी, महिला मित्र सुमन, पलक व नरोत्तम की तलाश भी कराई जा रही है।

Kanpur News
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