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Inside Story - मुंबई के घने जंगल में बजे फोन ने खोला ऐसा राज कि होश हो गए फाख्ता

यह 26 वर्षीय नीरज ग्रोवर की कहानी है, जिसकी उस साल मई में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या के लिए कन्नड़ अभिनेत्री मारिया सुसाईराज और उसके मंगेतर लेफ्टिनेंट एमिल जेरोम मैथ्यू को गिरफ्तार किया गया था।

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Shailendra Gautam
Crime

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः कहानी मुंबई की है। फिल्म इंडस्ट्री का एक शख्स अचानक लापता हो जाता है। पुलिस को शिकायत मिलती है। कई दिनों तक छानबीन जारी रहती है पर शख्स का कोई पता नहीं लग पाता। पुलिस जब अंधेरे मोड़ पर जाकर खड़ी हो जाती है तो लापता शख्स के मोबाइल को खंगालने लगती है। पर कोई सुराग नहीं मिलता। अचानक पुलिस का ध्यान एक काल की तरफ जाता है। काल बीच रात की थी पर थी केवल 1 या दो सेकेंड की। पुलिस को दाल में काला लगता है। काल के समय फोन की लोकेशन चेक की जाती है तो सामने आता है घना जंगल। पुलिस को ये बात समझ नहीं आती कि लापता शख्स देर रात घने जंगल में था तो फोन रिसीव क्यों किया। रिसीव किया तो बात क्यों नहीं की। बस फिर क्या था पुलिस जंगल की उस लोकेशन में उस समय पर सक्रिय रहे और नंबरों को खंगालती है। उसके बाद सामने आती है एक ऐसी वारदात जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। पति पत्नी और वो की कहानी। जिसमें मंगेतर लड़की के दूसरे आशिक की हत्या कर 300 टुकड़े करता है।

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अभिनेत्री मारिया सुसाइराज को अरेस्ट कर पुलिस ने खोला राज

2008 में हुई एक निर्मम हत्या ने मुंबई शहर को हिलाकर रख दिया। यह 26 वर्षीय नीरज ग्रोवर की कहानी है, जिसकी उस साल मई में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या के लिए कन्नड़ अभिनेत्री मारिया सुसाईराज और उसके मंगेतर लेफ्टिनेंट एमिल जेरोम मैथ्यू को गिरफ्तार किया गया था। 26 वर्षीय नीरज ग्रोवर एक दिन अचानक लापता हो गया। उस दौरान वो कन्नड़ अभिनेत्री मारिया सुसाईराज की शिफ्टिंग में मदद कर रहा था, लेकिन उसके बाद उन्हें किसी ने नहीं देखा। पहले घंटे फिर दिन और फिर हफ्ते बीत गए लेकिन नीरज की कोई खबर नहीं मिली। आखिरकार पुलिस को मोबाइल नेटवर्क टावर से नीरज की लोकेशन की जानकारी मिली। उस एक काल ने इस वीभत्स हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में पहली गिरफ्तारी अभिनेत्री मारिया सुसाइराज की हुई और बाद में कुछ ऐसे खुलासे हुए, जिसने सबको चौंका दिया। नीरज की हत्या करने के बाद हत्यारों ने उसकी लाश के सामने सेक्स किया और फिर कुछ घंटों बाद उसकी लाश को 300 टुकड़ों में काटकर जंगल में फेंक दिया गया।

फिल्मों में काम करने आई थी मारिया, हुई नीरज से मुलाकात

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मैसूर के एक ईसाई परिवार में जन्मी मारिया मोनिका सुसाइराज अभिनेत्री बनने का सपना देखती थी, लेकिन उनका परिवार इसके खिलाफ था। मारिया मैसूर में अपना घर छोड़कर बेंगलुरु में बस गईं। कुछ छोटे-मोटे रोल करने के बाद मारिया सुसाइराज को साल 2002 में कन्नड़ सिनेमा में बड़ा ब्रेक मिला। लेकिन फिल्म फ्लाप हो गई। उसके बाद मारिया मुंबई आ गई। एक दिन ऑडिशन के दौरान उसकी मुलाकात नीरज ग्रोवर से हुई। उस दौरान नीरज एकता कपूर के प्रोडक्शन हाउस में था। मारिया की बात सुनने के बाद नीरज ने उसे मदद का भरोसा दिया और बालाजी टेलीफिल्म्स में उसका ऑडिशन अरेंज करवा दिया। वक्त के साथ मारिया नीरज के करीब आने लगीं।

एक साथ दो प्रेमी रखना पड़ा भारी, हो गई वारदात

हालांकि वह पहले से ही मैसूर के रहने वाले जेरोम मैंथ्यू के साथ रिलेशन मे थी। बड़ी हीरोइन बनने और काम पाने का सपना देखने वाली मारिया ने नीरज को यह बताना जरूरी नहीं समझा कि वह पहले से ही रिलेशनशिप में है। वक्त के साथ दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं। पहले नीरज ने उसे अपने घर में जगह दी। इस बीच मारिया जब भी अपने ब्वॉयफ्रेंड जेरोम मैथ्यू से बात करती तो जब भी नीरज का जिक्र होता तो वह बस इतना कहती कि नीरज उससे एकतरफा प्यार करता है और वह उसे अपना दोस्त मानती है। हालांकि यह झूठी कहानी थी। करीब एक हफ्ते तक नीरज के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के बाद मारिया ने मलाड में फ्लैट नंबर 201 को किराए पर ले लिया। नीरज ने अपने दोस्तों से कहा था कि वह शिफ्टिंग में मारिया की मदद कर रहा है। 

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नीरज ने दोस्त से कहा था, मारिया के घर जा रहा है

रात करीब 10 बजे वह घर से निकला था। अगली सुबह नीरज के दोस्त ने उसके नंबर पर काल किया तो मारिया ने काल रिसीव की। मारिया ने दोस्त को बताया कि नीरज रात डेढ़ बजे घर से निकला था और अपना फोन उसके फ्लैट में ही छोड़ गया था। कुछ घंटे और बीत गए, लेकिन नीरज न तो फ्लैट पर आया और न ही फोन उठाने आया। आखिरकार दोस्त ने मलाड पुलिस स्टेशन में शिकायत की। पुलिस ने नीरज का फोन जब्त कर लिया और उसकी तलाश शुरू कर दी। मामले में उसके करीबियों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। लेकिन मोबाइल टावर ने नीरज के फोन की जो लोकेशन दी उससे जो चीज सामने आई उसने होश उड़ा दिए। 

रात में मंगेतर ने मारिया को फोन किया तो आई नीरज की आवाज

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मारिया ने फिर सारी कहानी पुलिस को बयां की। मारिया ने बताया कि 7 मई को शिफ्टिंग में मदद के लिए नीरज को बुलाया था। दोनों घर पर थे, तभी कोचिन से मारिया के ब्वॉयफ्रेंड जेरोम मैथ्यू का फोन आया। काल पर पीछे से आती नीरज की आवाज मैथ्यू को सुनाई दी तो वह गुस्सा हो गया। मैथ्यू को गुस्सा होते देख मारिया ने उसे समझाया कि वह सिर्फ दोस्त होने के नाते मदद करने आया है। वह डिनर के बाद उसे भेज देगी। लेकिन मंगेतर को दाल में काला लगता है। वो तुरंत कोचिन से फ्लाइट लेकर मुंबई निकल पड़ता है। 8 मई को मारिया के फ्लैट की डोरबेल बज रही थी। मारिया ने दरवाजा खोला तो देखा कि दरवाजे पर जेरोम खड़ा था। मारिया उसे देखकर डर गई क्योंकि उस समय नीरज उसके घर पर था। जेरोम फ्लैट में घुस गया। मारिया ने उसे बेडरूम में जाने से रोका, लेकिन जेरोम ने उसे धक्का दे दिया। जेरोम जैसे ही कमरे में दाखिल हुआ तो उसने देखा कि नीरज उसके बिस्तर पर था। यह देखते ही उसने नीरज की पिटाई शुरू कर दी। मारिया ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन नाकाम रही।

जेरोम कोचिन से पहुंचा मुंबई तो नीरज मारिया के बेडरूम में था

झगड़े के दौरान जेरोम किचन से चाकू ले आया जिससे उसने नीरज पर कई बार वार किए। जेरोम के कपड़े खून से लथपथ थे, पूरे कमरे में खून के छींटे थे और नीरज धीरे-धीरे मर रहा था। जैसे ही नीरज की मौत हुई मारिया ने तुरंत कमरे की सफाई शुरू कर दी। उसने खून साफ​किया। बेडशीट और पर्दे भी बदल डाले। नीरज का शव कुछ घंटों तक उनके कमरे में पड़ा रहा। इस दौरान मारिया और जेरोम ने उसी कमरे में कई बार शारीरिक संबंध बनाए जहां शव था। कुछ देर बाद दोनों पास के शापिंग माल गए जहां से उन्होंने पालीबैग और धारदार चाकू खरीदे।

हत्या के बाद लाश वाले कमरे में दोनों ने कई बार किया था सेक्स

घर वापस आकर दोनों ने मिलकर शव के 300 टुकड़े किए। रास्ते में पेट्रोल खरीदा और सुनसान जगह पाकर एक बैग में पेट्रोल भरकर आग लगा दी। जब दोनों शव के टुकड़े ठिकाने लगाने निकले तो मारिया की जींस की जेब में नीरज का फोन था। रास्ते में नीरज का फोन बजा तो मारिया ने नंबर देखने के लिए जेब से फोन निकाला, उस समय गलती से कॉल आ गई। वो एक काल इस हत्याकांड में अहम कड़ी साबित हुई। मारिया मोनिका सुसाइराज को हत्या का दोषी नहीं पाया गया, लेकिन सबूत मिटाने का दोषी पाया गया और उसे तीन साल कैद की सजा सुनाई गई। जेरोम मैथ्यू को हत्या के लिए 10 साल और सबूत मिटाने के लिए 3 साल कैद की सजा सुनाई गई। 


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