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Rape का दोषी Ram Rahim फिर सलाखों से बाहर, बार-बार क्यों मिल रही पैरोल और फरलो?

यौन शोषण मामले में सजायाफ्ता गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर से फरलो (Furlough) मिल गई है। डेरा प्रमुख को 21 दिन की फरलो मिली है। गौर करने की बात यह है कि रेप का दोषी राम रहीम सजा होने के बाद कई बार जेल से बाहर आ चुका है, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।

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Pratiksha Parashar
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baba ram rahim, Gurmeet Ram Rahim
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

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यौन शोषण मामले में सजायाफ्ता गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर से फरलो (Furlough) मिल गई है। डेरा प्रमुख को 21 दिन की फरलो मिली है। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच, हनीप्रीत राम रहीम को लेने पहुंची। रोहतक की सुनरिया जेल से बाहर आने के बाद वो सिरसा डेरे के लिए रवाना हो गया। गौर करने की बात यह है कि रेप का दोषी राम रहीम सजा होने के बाद कई बार जेल से बाहर आ चुका है, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। आइए जानते हैं कि अब तक राम रहीम कितनी बार बाहर आया है और इसके पीछे क्या कारण है।

कितनी बार मिली पैरोल?

जानकारी के मुताबिक, 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख का स्थापना दिवस है। ऐसे में यहां कई बड़े कार्यक्रम होने की संभावना है, जिसे देखते हुए कथित तौर पर गुरमीत राम रहीम ने सिरसा में ही रहने का फैसला किया है। यौन शोषण मामले और हत्या के मामले में सजा पाने के बाद गुरमीत राम रहीम को 13 बार पैरोल मिल चुकी है, जिसे लेकर कई बार सवाल उठ रहे हैं।

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रेप को दोषी को रियायत क्यों?

गौरतलब है कि साल 2017 में दो साध्वियों से दुष्कर्म और पत्रकार की हत्या मामले में गुरमीत राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई गई थी। हत्या और रेप जैसे संगीन जुर्म करने वाला राम रहीम बार-बार सलाखों से बाहर आ जाता है। अगर राम रहीम के पैरोल और फरलो के कुल दिनों को जोड़ा जाए तो यह लगभग 270 दिन के आसपास है। वह कभी मां से मिलने के बहाने तो कभी किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जेल से फरलो या पैरोल लेकर बाहर आया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतने कुख्यात आरोपी को बार-बार रियायत क्यों दी जा रही है? 

कांग्रेस ने उठाए थे पैरोल पर सवाल

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हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले गुरमीत राम रहीम को 20 दिन की पैरोल मिली थी, तो कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया था। कांग्रेस ने इस संबंध में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर यह आशंका जाहिर की थी कि वह चुनाव में वोटर्स को प्रभावित कर सकता है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि बाबा राम रहीम को मिली पैरोल को तुरंत खारिज किया जाए। कांग्रेस ने राम रहीम को मिली पैरोल की टाइमिंग पर भी सवाल उठाए थे और कहा था कि उसे ऐसे वक्त में पैरोल मिली है, जब चुनाव में महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। कांग्रेस ने दावा किया था कि हरियाणा में बड़ी संख्या में उसके अनुयायी हैं, ऐसे में राम रहीम वोटरों को प्रभावित कर सकता है। 

बार-बार सलाखों से बाहर आया राम रहीम

इसी तरह, अगस्त 2023 में 21 दिन की फरलो और 7 फरवरी, 2022 को दी गई एक और फरलो- पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले दी गई थी, जिसकी काफी आलोचना भी हुई थी। जनवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भी गुरमीत राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी। 

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