कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
रामनवमी पर शोभायात्रा को लेकर पुलिसिया कार्रवाई से नाराज होकर हंगामा, उपद्रव व माहौल बिगाड़ने वालों पर अब पुलिस ने नजरें टेढ़ी की हैं। शहर के छह थानों में दस मुकदमे दर्ज करके कई लोगों को नामजद किया है और सैकड़ों को अज्ञात में शामिल किया है। अब पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर अज्ञात लोगों की पहचान करने के साथ धरपकड़ की कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
क्या हुआ था मामला
रावतपुर के रामलला शोभायात्रा रूट पर चौराहों व सड़कों पर बहुतायत में लाउड स्पीकर लगाए गए थे, पुलिस ने रात में ही साउंड सिस्टम व लाउड स्पीकर हटवाने के साथ जब्त कर लिये थे। इसे लेकर आक्रोशित लोगों ने धरना देकर हंगामा किया था, वहीं कहीं समितयों ने शोभायात्रा नहीं निकालने का ऐलान किया था। दूसरे दिन भी शोभायात्रा के दौरान किसी ने पुलिस पर जूता उछाल दिया था। वहीं मेस्टन रोड पर भी अराजक तत्वों ने अफवाह फैला कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया था। इसके अलावा अन्य कई जगहों पर भी शोभायात्रा में हंगामा हुआ था।
रावतपुर में हुआ था ज्यादा हंगामा
रावतपुर में संवेदनशील क्षेत्र होने के चलते रामनवमी पर पुलिस की कड़ी निगरानी रहती है। रामनवमी के एक दिन पहले आयोजकों ने टेंट साउंड सिस्टम व लाउड स्पीकर लगाकर कई चौराहे और सड़क बंद कर दिए। मानक से अधिक डीजे सिस्टम हटवाने और सड़क खुलवाने पहुंची पुलिस से लोगों ने धक्का मुक्की कर सड़क जाम कर दी और हंगामा किया था। अन्य जगहों पर डीसीपी आरती सिंह खुद ध्वनि यंत्र कम कराने पहुंची तो लोग भड़क गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। विरोध का सिलसिला रामनवमी की शाम तक चलता रहा। आयोजकों ने अपने अपने क्षेत्रों में शोभा यात्रा न निकालने का निर्णय लिया। आयोजकों का कहना था कि दो साउंड सिस्टम लगाने की जानकारी पुलिस द्वारा नहीं दी गई, जिस कारण हालात बिगड़े।
छह थानों में दस मुकदमे दर्ज
रामनवमी की शोभा यात्रा को लेकर कानपुर के कई थानों में हंगामा हुआ। पुलिस ने उस समय स्थिति को देखते हुए शांतिपूर्वक यात्रा को सम्पन्न कराया था। पुलिस ने अब उस समय हंगामा करने वाले युवकों को चिह्नित कर उच्चाधिकारियों के आदेश पर शहर के छह थानों में दस मुकदमे दर्ज किए हैं। इसमें कई लोगों को नामजद किए जाने के साथ सैकड़ों अज्ञात भी शामिल किए गए हैं। रावतपुर, ग्वालटोली, फजलगंज, चकेरी, मूलगंज, पनकी में विवाद करने वालों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा गया है। कानून के उल्लंघन में ग्वालटोली, चकेरी, फजलगंज और मूलगंज में एक-एक, पनकी में दो, वहीं रावतपुर में सबसे अधिक चार मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
पुलिस ने लगाई ये धाराएं
शोभायात्रा निकाले जाने के समय पुलिस ने सूझबूझ से काम लिया और किसी लोगाें को समझाकर यात्रा पूर्ण कराई। लेकिन, बाद में पुलिस ने कार्रवाई से कतई गुरेज नहीं किया है। इसमें उपद्रव करने वालों पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हैं। इसमें सरकारी कार्य में बाधा डालना, उकसाना, भयभीत करना, चोट पहुंचाने की कोशिश करना, जबरिया आरोपी को पुलिस से छुड़ाना जैसी गंभीर धाराएं शामिल की गई हैं। दर्जनों ज्ञात सहित सैकड़ो अज्ञात आरोपी बनाए गए हैं।
इन पर दर्ज हुए मुकदमे
रावतपुर में दरोगा करुणा शंकर मिश्रा, शैलेन्द्र यादव व राजेश बाजपेई ने मौके पर पहचान कर व सीसीटीवी कैमरे और सोशल मीडिया में वायरल फोटो के आधार पर महेंद्र तिवारी, राजा डीजे वाला, शंकर पासी, जगत सिंह, दीपक ठाकुर, सीमा सिंह, राकेश श्रीवास्तव, राजा पंडित, रजत, राम अवतार मोहित बाजपेई, माशूक खान,रिंकू सैनी, अन्नू पंडित, जीतू शुक्ला आदि 26 की पहचान कर वहीं सौ से अधिक अज्ञात लोगों को नामजद किया है। चकेरी में आठ, ग्वालटोली और मूलगंज में तीन फजलगंज में एक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी पर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए सड़क जाम करने, पुलिस से धक्का मुक्की करने की धाराओं में मुकदमा लिखा गया है।
क्या कहते हैं पुलिस अफसर
एडीसीपी पश्चिम विजयेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि रामनवमी में निकलने वाली शोभा यात्रा को लेकर संचालकों के साथ कई दौर की बैठक कर उन्हें माननीय सुप्रीम कोर्ट के नियमों की जानकारी दी गई थी जिसमें दो से अधिक ध्वनि यंत्रों पर पाबंदी की जानकारी दी गई थी। इसके बावजूद कई जगह आयोजकों ने सड़क बंद पर कई फिट ऊंचे साउंड सिस्टम सड़क पर लगा गला दिए टेंट लगा का आवागमन बाधित किया। मना करने पर सड़क जाम कर हंगामा किया और पुलिस नोंकझोंक की। वहीं शोभा यात्रा के दौरान यात्रा रोकने वाले युवक को पुलिस से छुड़ाकर पुलिस से अभद्रता की। रामलला की मुख्य शोभा यात्रा में शामिल 6 झाकियों में मानक से अधिक साउंड सिस्टम लगाने पर भी मामला दर्ज किया गया है वहीं पनकी में मानकों के उल्लंघन में दो मामले दर्ज किए गए हैं।