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तीन महीने भी नहीं निभाए सात फेरों के बचन, पति ने पीटकर घर से निकाला, पत्नी ने एफआईआर लिखाई

शादी के वक्त अग्नि को साक्षी मानकर पति-पत्नी ने जीवन भर साथ निभाने का वचन दिया था। मगर तीन महीने में ही दोनों वचनों भूलकर और एक-दूसरे दुश्मन बन गए। पति ने दहेज की खातिर पत्नी को पीटकर घर से निकाल दिया। पत्नी ने पति समेत चार के खिलाफ एफआईआर लिखा दी।

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Sanjay Shrivastav
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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शादी के वक्त अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेने के साथ पति-पत्नी ने जीवन भर एक-दूसरे का साथ निभाने का वचन दिया था। मगर तीन महीने में ही दोनों ने अपने-अपने वचनों भुला दिया और एक-दूसरे दुश्मन बन गए। पति ने दहेज की खातिर पत्नी को पीटकर घर से निकाल दिया। पत्नी ने पति और सास-ससुर समेत चार के खिलाफ एफआईआर लिखा दी।

सामूहिक विवाह समारोह में हुई थी दोनों की शादी

जनपद पीलीभीत के गांव नावकूड़ के रहने वाले ओमप्रकाश ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री महिमा की शादी का रिश्ता शाहजहांपुर जिले के थाना बिलसंडा क्षेत्र के गांव पुरहा परेवा निवासी कमलेश से तय किया था। 15 दिसंबर 2024 को सगाई की रस्म पूरी हुई। पुरोहित ने शादी की तारीख पांच मई 2025 निर्धारित की थी। मगर तय तारीख से पहले 13 फरवरी 2025 को सामूहिक विवाह समारोह में महिमा और कमलेश की शादी संपन्न करा दी गई। 

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शादी के कुछ दिन बाद ही दहेज मांगने लगे लड़के वाले

आरोप है कि शादी के कुछ दिनों बाद ही महिमा के पति कमलेश और ससुराल वाले दहेज में एक लाख रुपये, सोने की चेन आदि सामान मांगने लगे। मायके वाले दहेज की मांग पूरी नहीं कर पाए तो ससुराल वाले महिमा को प्रताड़ित करने लगे। 20 मार्च को ससुराल वालों ने महिमा को पीटकर घर से निकाल दिया, जिससे वह अपने मायके चली आई। आरोप है कि 24 मार्च को ससुराल वालों ने मायके में आकर महिमा को पीटा।

एसपी से शिकायत करने पर नहीं मिली राहत, कोर्ट के आदेश पर हुई एफआईआर

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पीड़ित महिमा ने 27 मार्च को शिकायत एसपी से मिलकर मामले की शिकायत की, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट की शरण ली गई। कोर्ट के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने महिमा की ओर से एफआईआर दर्ज कर ली। इसमें शाहजहांपुर के बिलसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम पुरहा परेवा निवासी महिमा के पति कमलेश, ससुर शिवकुमार, सास शकुंतला देवी और पुवायां थाना के गांव लखनपुर निवासी शेर बहादुर को नामजद किया गया है।

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