/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/19/Vn9C634X4jedB8LhDWSz.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । सीलमपुर की सड़कें आज भी खून से लाल हैं। एक मासूम की चीखें अब भी वहां की गलियों में गूंज रही हैं। 17 साल के दलित किशोर कुणाल की बर्बर हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया है।
चार-पांच नकाबपोश दरिंदों ने उसे घेरकर बेरहमी से चाकू मारा, और कुछ ही पलों में उसका शव खून में नहाया हुआ सड़क पर पड़ा था। इस क्रूर हत्याकांड के पीछे कौन है? 'लेडी डॉन' जिकरा, जिसका नाम सुनते ही सीलमपुर के लोगों की रूह कांप जाती है!
सवाल दिल्ली पुलिस पर उठ रही है क्योंकि लेडी डॉन जिकरा को पहले पकड़कर फिर छोड़ देना ऐसे ही नहीं है। बाद पुलिस कुछ भी कहे दबाव में कुछ भी करे मगर वो आरोपियों को बचा रही है और पुलिस अपने मकसद में कामयाब भी है।
दलित परिवार को न्याय कब कैसे मिलेगा। युवक के पिता राजबीर भी दिल्ली पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगा रहे हैं मगर ना तो दिल्ली पुलिस अफसर सुन रहे हैं और ना ही थानेदार।
इतना ही नहीं सीलमपुर क्षेत्र की हिंदू जनता भी चीख चीखकर कह रही है कि इस दलित किशोर की हत्या क्यों की गई है, इस हत्या में नामजद आरोप भी लगाया जा रहा है मगर, सवाल वही है कि सुनवाई करे कौन, पुलिस अपने हिसाब से आरोप तय करती है और मामले को इधर उधर घुमाकर घटना को कमतर करके आरोपियों को बचने का पूरा मौका दे दिया है।
Brutal Crime Stories | Crime | delhi : दिल्ली पुलिस भी इन गुंडों के सामने बौनी है! क्योंकि आतंक का पर्याय रहे हाशिम बाबा और उसकी बीबी जोया की बाउंसर रही जिकरा का आतंक पूरे क्षेत्र में है। सोशल मीडिया पर उसके तमाम वीडियो और अवैध हथियारों के साथ अटे पड़े हैं मगर, दिल्ली पुलिस हाथ लगाने से मानो घबरा रही हो।
रात का वो खौफनाक मंजर
गुरुवार की शाम, करीब 7:38 बजे... कुणाल घर से दूध और समोसे लेने निकला था। उसे क्या पता था कि यह उसकी आखिरी सैर होगी? अचानक नकाबपोश हमलावरों ने उसे घेर लिया।
बिना किसी चेतावनी के उन्होंने उस पर चाकू से हमला कर दिया। कुणाल के चीखने की आवाज सुनकर लोग दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उसे अस्पताल ले जाया गया, मगर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कौन है 'लेडी डॉन' जिकरा?
इस हत्याकांड के पीछे जिस शख्स का नाम सबसे ज्यादा सुनाई दे रहा है, वह है जिकरा, जिसे इलाके में 'लेडी डॉन' के नाम से जाना जाता है। वह कोई आम अपराधी नहीं, बल्कि एक खूंखार गैंगस्टर है, जो सोशल मीडिया पर अपनी ताकत का डंका बजाती है। उसके इंस्टाग्राम अकाउंट पर हथियारों से लैस तस्वीरें और धमकी भरे वीडियो मौजूद हैं। वह खुद को 'बदमाश गर्ल' कहलवाना पसंद करती है।
जिकरा का संबंध कुख्यात गैंगस्टर हाशिम बाबा के गैंग से है। सूत्रों के मुताबिक, वह हाशिम की पत्नी जोया की बाउंसर थी। जोया के जेल जाने के बाद जिकरा ने अपना खुद का गैंग बना लिया। उस पर पहले भी आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हो चुका है, और हाल ही में वह जमानत पर बाहर आई थी।
पुरानी रंजिश का खूनी बदला?
कुणाल के परिवार का आरोप है कि यह हत्या पुरानी दुश्मनी का बदला है। कुछ साल पहले जिकरा के भाई साहिल पर हमला हुआ था, जिसमें कुणाल और उसके दोस्तों का नाम सामने आया था। उस मामले में धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत केस दर्ज हुआ था। परिवार का कहना है कि जिकरा ने इसी बदले की भावना से कुणाल को मार डाला।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
कुणाल के पिता राजबीर (एक ऑटो चालक) का कहना है कि पुलिस ने जानबूझकर लापरवाही बरती। उनके मुताबिक, जिकरा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, लेकिन उसे छोड़ दिया गया। अब सवाल यह है कि क्या पुलिस जानबूझकर आरोपियों को बचा रही थी?
सनसनीखेज ट्विस्ट: क्या जिकरा ने की साजिश?
पुलिस सूत्रों का दावा है कि जिकरा ने इस हत्या की पूरी प्लानिंग की थी। वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं थी, लेकिन उसने अपने गुंडों को हत्या का आदेश दिया था। फिलहाल, पुलिस ने जिकरा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन दो मुख्य आरोपी साहिल और रिहान मिर्जा अभी भी फरार हैं।
सियासी आग में घी डालने की कोशिश
इस हत्याकांड ने सांप्रदायिक तनाव को भी हवा दी है। स्थानीय लोगों का दावा है कि पिछले कुछ महीनों में यहां छह हिंदू युवकों की हत्या हुई है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे पर दोषारोपण शुरू कर दिया है।
क्या मिलेगा इंसाफ?
कुणाल की मां वंदना का रो-रोकर बुरा हाल है। वह चीखते हुए कहती हैं, "मेरा बेटा सिर्फ दूध लेने गया था! जिकरा ने उसे मार डाला! हमें इंसाफ चाहिए!"
अब सवाल यह है कि क्या दिल्ली पुलिस इस खूनी साजिश का पर्दाफाश कर पाएगी? क्या 'लेडी डॉन' जिकरा और उसके गुंडों को सख्त सजा मिलेगी? या फिर यह मामला भी सिस्टम की निष्क्रियता में दफन हो जाएगा?
सीलमपुर की गलियां आज भी खौफ के साये में हैं... और कुणाल का खून जमीन पर सूखने को तैयार नहीं!