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चालीस क्षेत्रीय दलों ने 2,532 करोड़ रुपये की आय घोषित की, एडीआर की रिपोर्ट में दावा

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के विश्लेषण में यह बात सामने आई है। चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाले संगठन एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने सबसे अधिक 685.51 करोड़ रुपये की आय की सूचना दी। 

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Mukesh Pandit
AdR Report

नई दिल्ली,वाईबीएन डेस्क। देश में 40 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने वित्त वर्ष 2023-24 में 2,532.09 करोड़ रुपये की संयुक्त आय घोषित की, जिसमें से 70 प्रतिशत से अधिक धन चुनावी बॉण्ड के माध्यम से आया। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के विश्लेषण में यह बात सामने आई है। चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाले संगठन एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने सबसे अधिक 685.51 करोड़ रुपये की आय की सूचना दी। 

तृणमूल कांग्रेस ने 646.39 करोड़ की राशि घोषित की

रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने 646.39 करोड़ रुपये, बीजू जनता दल (बीजद) ने 297.81 करोड़ रुपये, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने 285.07 करोड़ रुपये और वाईएसआर कांग्रेस ने 191.04 करोड़ रुपये की आय की सूचना दी। रिपोर्ट के अनुसार इन शीर्ष पांच दलों ने 40 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल आय का 83.17 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त किया। रिपोर्ट में कहा गया है, "वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 40 क्षेत्रीय दलों की कुल आय 2,532.09 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2023-24 में 40 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की कुल आय (1,796.02 करोड़ रुपये) का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा चुनावी बॉण्ड के माध्यम से प्राप्त दान से आया।" 

313दिन बाद भी निर्वाचन आयोग ने ही डाली वेबसाइट पर सूचना

एडीआर ने कहा कि 20 क्षेत्रीय दलों की ऑडिट रिपोर्ट जमा करने की अंतिम तिथि के 313 दिन बाद भी निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं थीं। एडीआर के विश्लेषण के अनुसार 40 में से 20 दलों की ऑडिट रिपोर्ट जमा करने की अंतिम तिथि से 12 से 216 दिन की देरी के बाद निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध हुईं। एडीआर ने कहा कि क्षेत्रीय दलों की कुल आय में वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 45.77 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि हुई, जब उनकी कुल आय 1,736.85 करोड़ रुपये थी। 

तृणमूल कांग्रेस की आय में 312.93 करोड़ रुपये की वृद्धि

तृणमूल कांग्रेस ने सबसे अधिक 312.93 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की, जबकि तेदेपा और बीजद की आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि 27 क्षेत्रीय दलों ने घोषणा की है कि उनकी आय का एक हिस्सा खर्च नहीं हुआ, जबकि 12 राजनीतिक दलों का खर्च वर्ष के दौरान एकत्रित आय से अधिक था। बीआरएस की आय में से 430.60 करोड़ रुपये, तृणमूल की 414.92 करोड़ रुपये और बीजद की 253.79 करोड़ रुपये की राशि खर्च नहीं की गई।

 12 दलों ने अपनी आय से ज़्यादा खर्च किया

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 इसके विपरीत, युवजन श्रमिक रायतु कांग्रेस (वाईएसआर कांग्रेस), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक), समाजवादी पार्टी और जनता दल (यूनाइटेड) समेत 12 दलों ने अपनी आय से ज़्यादा खर्च किया, जिसमें वाईएसआर कांग्रेस का खर्च लगभग 55 प्रतिशत ज़्यादा रहा। गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने कोई आय नहीं बताई, लेकिन 1.56 लाख रुपये का खर्च घोषित किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 में केवल तीन राष्ट्रीय दलों (भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी) को चुनावी बॉण्ड के माध्यम से दान मिला। : Akali Dal Politics | Aghori Politics | politics | Alliance Politics

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