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नई दिल्ली,वाईबीएन नेटवर्क:जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की हत्या ने देशभर में आक्रोश की लहर फैला दी है। इस दर्दनाक घटना के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में सामाजिक तनाव की स्थिति बनती दिख रही है। कहीं मुस्लिम मजदूरों को काम से हटाया जा रहा है तो कहीं कश्मीरी छात्रों के साथ खराब व्यवहार किया जा रहा है।
मंदिर में रंगाई पुताई कर रहे मजदूरों को काम से हटाया
गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद और मानवाधिकार संगठन के कार्यकर्ताओं ने हाथरस में एक मंदिर में वेल्डिंग का काम कर रहे मुस्लिम मजदूरों को काम से हटा दिया। संगठन के पदाधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि वे अब किसी मुस्लिम व्यक्ति से कोई कार्य नहीं कराएंगे। इस कार्रवाई को आतंकी हमले के खिलाफ विरोध का तरीका बताया गया, लेकिन इससे सामाजिक सौहार्द को गहरी चोट पहुंची है।
उत्तर प्रदेश के जिला हाथरस में मंदिर पर पुताई कर रहे मुस्लिम कारीगरों को काम से हटा दिया गया !!
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) April 25, 2025
ऐसा करने से वालों ने साफ कहा– "पहलगाम में धर्म देखकर सिर्फ हिंदुओं को मारा गया है, इसलिए हम मुस्लिमों से काम नहीं कराएंगे" pic.twitter.com/PRdydnx1JT
कश्मीरी छात्र के साथ की मारपीट
दूसरी ओर पंजाब के मोहाली में स्थित एक निजी कॉलेज में पढ़ रहे कश्मीरी छात्र के साथ मारपीट की खबर सामने आ रही है। इस घटना से कश्मीरी छात्रों में भय और असुरक्षा का माहौल है। घटना के बाद पुलिस ने संस्थान में सुरक्षा कड़ी कर दी है, लेकिन यह हमला साफ दर्शाता है कि पहलगाम की त्रासदी के बाद देश के भीतर भी कई स्तरों पर तनाव बढ़ गया है। पंजाब सरकार और जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने स्थिति को संभालने की कोशिश की है।