Ahmedabad Plane Crash: 242 यात्रियों के साथ एयर इंडिया का बोइंग 787 सिर्फ 9 मिनट में कैसे हुआ क्रैश? जानिए — इस हादसे में हुआ क्या?
अहमदाबाद में एयर इंडिया का B787 विमान क्रैश! उड़ान भरते ही 242 लोगों के साथ हुआ दर्दनाक हादसा। घटनास्थल से काला धुआँ, बचाव कार्य जारी। क्या कोई बचा है? जानें पूरी कहानी। यह खबर आपके दिल को छू लेगी।
अहमदाबाद एयर इंडिया प्लेन क्रैश ताजा खबर | यंग भारत न्यूज
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।अहमदाबाद से उड़ान भरते ही एयर इंडिया का एक बोइंग 787 (VT-ANB) विमान रनवे 23 से कुछ ही पल बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में विमान में सवार सभी 242 लोग - 2 पायलट और 10 केबिन क्रू मेम्बर सवार हैं। इनकी जान पर बन आई है। घटनास्थल से काले धुएं का गुबार आसमान में छा गया है, जो इस हादसे की भयावहता बयां कर रहा है। यह खबर न सिर्फ अहमदाबाद बल्कि पूरे देश को स्तब्ध कर रही है, और हर कोई जानना चाहता है कि इस दर्दनाक हादसे में आखिर हुआ क्या।
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अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना: एक भयावह त्रासदी!
अहमदाबाद से उड़ान भरने के ठीक बाद, एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान VT-ANB को एक भीषण हादसे का सामना करना पड़ा। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अनुसार, यह विमान 13:39 IST (08:09 UTC) पर रनवे 23 से उड़ान भरते ही हवाई अड्डे की परिधि के बाहर जमीन पर जा गिरा। पायलट ने 'MAYDAY' कॉल किया, लेकिन उसके बाद विमान से कोई संपर्क नहीं हो पाया। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। बचाव दल और अग्निशमन सेवाएँ तत्काल घटनास्थल पर पहुँच गई हैं, जहाँ मलबे का ढेर और काला धुआं देखा जा सकता है।
विमान के मलबे से 50 शव निकाले गए
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जानकारी के मुताबिक विमान के मलबे से अब तक 50 शव बरामद किये जा चुके हैं। राहत और बचावकर्मी आग बुझाने के साथ-साथ मलबे में घायलों और शवों की तलाश कर रहे हैं।
हादसे का मंज़र: क्या तकनीकी खराबी बनी वजह?
यह हादसा इतना अचानक हुआ कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। कैप्टन सुमीत सभरवाल, जिनके पास 8200 घंटे का विशाल उड़ान अनुभव था, इस विमान की कमान संभाल रहे थे। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिनके पास भी 1100 घंटे का अनुभव था। DGCA इस बात की गहन जाँच कर रहा है कि आखिर इतने अनुभवी पायलटों के होते हुए भी यह हादसा क्यों और कैसे हुआ। प्रारंभिक रिपोर्टों में यह साफ नहीं है कि तकनीकी खराबी थी या कोई मानवीय चूक। हालांकि, 'MAYDAY' कॉल से यह स्पष्ट है कि पायलटों को विमान में किसी गंभीर समस्या का आभास हो गया था। इस भयानक दुर्घटना के बाद, बचाव कार्य तेजी से जारी है।
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बचाव कार्य और राहत अभियान: एक उम्मीद की किरण?
दुर्घटना की खबर मिलते ही, अग्निशमन सेवाएँ, पुलिस और अन्य आपातकालीन एजेंसियां तुरंत घटनास्थल पर पहुँच गईं। हवाई अड्डे की परिधि के बाहर मलबे का ढेर लगा है और चारों ओर काला धुआँ छाया हुआ है। बचाव दल युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी यात्री या क्रू सदस्य के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। यह एक अत्यंत संवेदनशील स्थिति है, और हर कोई प्रार्थना कर रहा है कि चमत्कार हो और कोई जीवित बचा हो। यह हादसा एयर इंडिया के इतिहास में एक काला अध्याय बन गया है। सरकार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच के आदेश दे दिए हैं।
प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया, वहां डॉक्टर्स रहते थे
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प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया, वहां अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। बिल्डिंग में रहने वालों को कितना नुकसान हुआ, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है।
प्लेन के पैसेंजर्स की लिस्ट में गुजरात के पूर्व CM रूपाणी का नाम
गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी का नाम यात्रियों की सूची में | यंग भारत न्यूज
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का एयर टिकट
गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी का टिकट | यंग भारत न्यूज
बनाया जा रहा है ग्रीन कॉरिडोर
अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना स्थल पर बचाव और राहत कार्य जारी है। घायल यात्रियों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है।
डीजीसीए की जांच: क्या सामने आएगी सच्चाई?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस भीषण दुर्घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की तलाश जारी है, जिनसे हादसे की असली वजह का पता चल सकता है। प्रारंभिक रिपोर्टों में विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद ही नियंत्रण खो देने की बात सामने आ रही है। इस जाँच में यह भी देखा जाएगा कि क्या विमान का रखरखाव सही ढंग से किया गया था और क्या सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया था। इस तरह के हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए यह जाँच बहुत महत्वपूर्ण है।
हर कोई जानना चाहता है कि विमान में सवार 242 लोगों का क्या हुआ। इस दुखद घड़ी में, हम सभी को एकजुट होकर पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ा होना चाहिए।