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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क : भारतीय वायुसेना (IAF) 8 अक्टूबर को अपना 93वां स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाने जा रही है। इस अवसर पर हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर एक भव्य परेड आयोजित की जाएगी, जिसकी फुल ड्रेस रिहर्सल 6 अक्टूबर को होगी। एयरफोर्स के प्रवक्ता विंग कमांडर जयदीप सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस साल की परेड में देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख वायुसेना, थलसेना और नौसेनाशिरकत करेंगे। इस समारोह में वायुसेना की ताकत, तकनीकी प्रगति, आत्मनिर्भरता और सेवा भावना का प्रदर्शन किया जाएगा।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’: IAF ने गिराए पांच पाकिस्तानी फाइटर जेट
ब्रीफिंग में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ एपी सिंह ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की सफलता को साझा करते हुए बताया कि इस अभियान में वायुसेना ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों—F-16 और JF-17—को मार गिराया था। यह अभियान इस वर्ष का सबसे बड़ा और रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम ऑपरेशन रहा, जिसे कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद अंजाम दिया गया था। विंग कमांडर जयदीप सिंह ने बताया कि सरकार ने सेनाओं को पूरी छूट दी थी और ऑपरेशन को सटीकता से अंजाम दिया गया। लॉन्ग-रेंज एसएएम मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए दुश्मन को 300 किमी से अधिक दूरी पर निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि केवल एक रात में दुश्मन की ताकत को घुटनों पर लाकर रख दिया गया।
ध्वज फ्लाइपास्ट और स्टेटिक डिस्प्ले होगी खास
इस बार परेड की खास बात होगी “ध्वज फ्लाइपास्ट”, जिसमें Mi-17 हेलीकॉप्टर ऑपरेशन सिंदूर का ध्वज लेकर उड़ान भरेगा। इसके अलावा स्टेटिक डिस्प्ले में राफेल, सुखोई Su-30MKI, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और ‘आकाश’ सरफेस-टू-एयर मिसाइल जैसे आधुनिक हथियार व सिस्टम प्रदर्शित किए जाएंगे। साथ ही, रडार और अन्य हथियार प्रणालियों का भी प्रदर्शन होगा। वायुसेना ने 18 नई इनोवेशन भी पेश की हैं, जो आत्मनिर्भरता और नवाचार के क्षेत्र में उसकी प्रगति को दर्शाती हैं।
वायुसेना का मानवीय चेहरा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग
सिर्फ सैन्य शक्ति ही नहीं, आईएएफ ने इस साल कई मानवीय सहायता मिशन भी सफलतापूर्वक चलाए। असम, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, पंजाब जैसे राज्यों में राहत और बचाव कार्य किए गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत ने यूएई , मिस्र, फ्रांस और सिंगापुर जैसे देशों के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सैन्य अभ्यास किए। इन अभ्यासों को अन्य देशों से सराहना मिली और आगे जारी रखने की इच्छा जताई गई।
आत्मनिर्भरता और टेक्नोलॉजी फोकस
विंग कमांडर ने कहा कि भविष्य का युद्ध पिछली लड़ाइयों जैसा नहीं होगा। हमें समकालीन और भविष्य के युद्धों के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने बताया कि 2047 तक का रोडमैप तैयार है, जिसमें आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य प्रमुख है। एलसीए तेजस मार्क-1A के ऑर्डर दिए जा चुके हैं। तेजस मार्क-2, I-MRH (इंडियन मल्टी रोल हेलीकॉप्टर) और कई नई रडार प्रणालियों का विकास जारी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जहां आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दी जाएगी, वहीं रणनीतिक तकनीक के लिए जरूरत पड़ने पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग भी लिया जाएगा।
क्या आएगा रूस का Su-57 फाइटर जेट?
रूसी सुखोई Su-57 और भारत के अपने एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) पर पूछे गए सवाल के जवाब में एयर चीफ एपी सिंह ने कहा कि यह मामला फिलहाल DRDO और ADA के अधीन है। उम्मीद है कि यह इस दशक में उड़ान भर लेगा। उन्होंने कहा कि रक्षा से जुड़े निर्णय प्रक्रिया-आधारित होते हैं और जो भी फैसला होगा, वह देश के हित में सर्वश्रेष्ठ होगा।