/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/13/D07iLQI0xkeJmerWK8P0.jpg)
Photograph: (Google)
अहमदाबाद, वाईबीएन डेस्क।गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया की उड़ान AI-171 के क्रैश होने के बाद दिल दहला देने वाला मंजर सामने आया है। विमान में भरे तेल में आग लगने से तापमान 1000 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। इतना अधिक तापमान होने से राहत और बचाव कार्य में दिक्कत आई, साथ ही पशु- पक्षी, सब बेहाल हो गए। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद विमान बीजे मेडिकल कॉलेज और सिविल अस्पताल के हॉस्टल पर गिरा, जिससे आसपास का इलाका तबाह हो गया। देश इस आपदा से उबरने की कोशिश कर रहा है, लेकिन जिन घरों के चिराग बुझ गए हैं, उनके लिए यह दर्द कभी खत्म नहीं होगा।
सड़कों पर बिखरे शव, झुलसे शरीर
घटनास्थल से मिली जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद सिविल अस्पताल में लाए शवों में से अधिकतर की पहचान कर पाना मुश्किल है क्योंकि वे बुरी तरह से झुलस चुके हैं। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सड़कों पर शव बिखरे पड़े थे और चारों तरफ काला धुआं और जलते मलबे का आलम था।
1000 डिग्री सेल्सियस तापमान ने बचाव कार्य को रोका
राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना के तुरंत बाद घटनास्थल का तापमान लगभग 1000°C तक पहुंच गया, जिससे राहत और बचाव कार्य बेहद कठिन हो गया। यहां तक कि आसपास मौजूद जानवरों और पक्षियों तक को भागने का मौका नहीं मिला और वे जलकर खाक हो गए।
हादसे का कारण और स्थिति
विमान में कुल 242 लोग सवार थे – 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक। इसके अलावा दो पायलट और 10 केबिन क्रू भी विमान में मौजूद थे। यह विमान अहमदाबाद से लंदन गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था और 13:39 बजे रनवे-23 से टेकऑफ किया था। लेकिन टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही यह तेजी से नीचे आया और बीजे मेडिकल कॉलेज के पांच मंजिला हॉस्टल से टकरा गया।
विमान में था 1,26,907 लीटर ईंधन, बना आग का गोला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसे के समय विमान में 1,26,907 लीटर ईंधन भरा हुआ था। टेकऑफ करते समय विमान की ऊंचाई 625 फीट थी। जैसे ही क्रैश हुआ, विमान में मौजूद ईंधन ने आग पकड़ ली, और वह एक ज्वालामुखी की तरह धधक उठा। धमाके के बाद विमान के परखच्चे उड़ गए और घना काला धुआं आसमान में फैल गया, जिसे कई किलोमीटर दूर से देखा जा सका।
विजय रूपाणी समेत कई प्रमुख लोग भी हादसे का शिकार
इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे, जिनकी इस हादसे में मृत्यु हो गई है। यह 1996 के बाद देश का सबसे बड़ा विमान हादसा बताया जा रहा है।
जांच में जुटा एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB)
इस भयानक हादसे की जांच अब एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) करेगा। प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी की आशंका जताई गई है, लेकिन इसकी पुष्टि विशेषज्ञों की विस्तृत रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी।