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भारत बनाएगा 5वीं पीढ़ी का AMCA लड़ाकू विमान, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग को मिलेगी नई उड़ान

भारत ने 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट AMCA प्रोजेक्ट में निजी कंपनियों की भागीदारी को मंजूरी दी। इससे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी, तकनीक उन्नत होगी और देश को वैश्विक डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब बनने में मदद मिलेगी।

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Ajit Kumar Pandey
AMCA STEELTH FIGHTER JET, GOOLE HINDI NEWS, MAKE IN INDIA
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति को नया पंख मिला है। अब सरकार ने 5वीं पीढ़ी के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) प्रोजेक्ट में निजी कंपनियों को भी शामिल करने की हरी झंडी दे दी है। यह कदम सिर्फ सैन्य शक्ति को मजबूत नहीं करेगा, बल्कि भारत को वैश्विक डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में भी बड़ा कदम है। जानिए, क्यों यह फैसला भारत की सुरक्षा और इंडस्ट्री दोनों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है।

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भारत सरकार ने 5वीं पीढ़ी के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) प्रोजेक्ट में निजी कंपनियों की भागीदारी को अनुमति दी है। इस फैसले से भारत की डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग को नई दिशा मिलेगी, तकनीक में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और रक्षा क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी तेज़ी से बढ़ेंगे।

AMCA प्रोजेक्ट में बड़ा बदलाव, प्राइवेट सेक्टर को मिला मौका

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भारत के 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान प्रोजेक्ट AMCA को अब तक सिर्फ HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) और DRDO की साझेदारी में विकसित किया जा रहा था। लेकिन अब सरकार ने इसमें निजी क्षेत्र को भी भागीदार बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इसका मतलब है कि देश की बड़ी डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को अब इस क्रांतिकारी विमान के निर्माण में सीधी भागीदारी का मौका मिलेगा।

AMCA FIGHTER JET

क्या है AMCA और क्यों है खास?

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AMCA यानी Advanced Medium Combat Aircraft भारत का 5वीं पीढ़ी का फुल-स्टेल्थ, मल्टी-रोल फाइटर जेट है। यह तकनीकी रूप से अमेरिका के F-35 और रूस के Su-57 जैसे विमानों की टक्कर का होगा। इसमें स्टील्थ तकनीक, सुपरसोनिक क्रूज़ स्पीड और अत्याधुनिक एवियोनिक्स शामिल हैं। इस विमान की डिजाइन और परीक्षण पहले ही DRDO द्वारा स्वीकृत हो चुकी है।

निजी क्षेत्र को क्यों मिली एंट्री?

सरकार चाहती है कि रक्षा क्षेत्र में तेजी से प्रगति हो और स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा मिले। निजी क्षेत्र की दक्षता, निवेश क्षमता और तेज़ उत्पादन प्रक्रिया को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इससे AMCA प्रोजेक्ट को समय पर लॉन्च करने में मदद मिलेगी और वैश्विक स्तर पर भारतीय तकनीक की साख भी बढ़ेगी।

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FIGHTER JET AMCA

क्या होंगे इसके फायदे?

  • भारत की रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
  • प्रोजेक्ट की लागत और समय में कमी आएगी।
  • देश में रोज़गार और निवेश के नए अवसर बनेंगे।
  • Make in India अभियान को मिलेगी नई मजबूती।
  • रक्षा निर्यात को मिलेगा बड़ा बढ़ावा।

भारत का डिफेंस विजन अब और मज़बूत

भारत 2040 तक विश्व के टॉप डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग देशों में शामिल होना चाहता है। AMCA जैसे हाई-टेक प्रोजेक्ट्स में निजी क्षेत्र की भागीदारी इस लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। इससे भारत का आत्मनिर्भर भारत अभियान भी और तेज़ होगा।

क्या आप इससे सहमत हैं? कमेंट करें और अपनी राय जरूर दें। 

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