केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि अब राज्य में हालात शांतिपूर्ण हो रहे हैं। सरकार स्थायी शांति स्थापित करने के लिए दोनों समुदायों मेइती और कुकी के साथ निरंतर बात कर रही है। अमित शाह ने कहा कि मणिपुर में हालात सामान्य हो गए हैं और जीवन सामान्य रूप से वापस लौटने लगा है। इसके साथ ही गृह मंत्री ने नक्सलवाद पर कहा कि हिंसा और हथियारों से नहीं शांति और संवाद से समस्या का समाधान होगा।
जातीय हिंसा की समस्या नई नहीं
शाह ने बताया कि राष्ट्रपति शासन का निर्णय समय रहते लिया गया था और इसने राज्य में शांति स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि अब चीजें सकारात्मक दिशा में बढ़ रही हैं, दोनों समुदायों ने आपस में बातचीत की है। अब स्थिति में कोई गंभीर चिंता नहीं है। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि मणिपुर में जातीय हिंसा की समस्या नई नहीं है। उन्होंने उदाहरण दिया कि पहले भी इस तरह की हिंसा राज्य में हो चुकी है, जो कई सालों तक चली थी।
शांति और संवाद से सुधरेंगे हालात
केंद्रीय गृह मंत्री ने शनिवार को हिंसा और हथियारों के रास्ते को छोड़कर शांति और विकास की ओर बढ़ने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिंसा और हथियारों से परिवर्तन नहीं आ सकता, बल्कि शांति, संवाद और विकास से ही बदलाव संभव है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर शाह ने लिखा कि "नक्सलवाद पर एक और प्रहार! हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने सुकमा में एक अभियान में 16 नक्सलियों को मार गिराया और एक बड़ा हथियारों का जखीरा बरामद किया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार का लक्ष्य 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करना है। गृह मंत्री ने नक्सलवादियों से अपील की कि हथियार और हिंसा से कोई सकारात्मक बदलाव नहीं आएगा, बल्कि शांति और विकास के रास्ते से ही सुधार संभव है।
16 नक्सलियों को मार गिराया
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हाल ही में हुए नक्सली विरोधी अभियान में 16 नक्सलियों को मारा गया, जबकि दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इस अभियान से नक्सलियों को कड़ा संदेश गया है कि सरकार इस समस्या को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।