नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और भारत के G20 शेरपा रहे अमिताभ कांत ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह 45 वर्षों तक नीति आयोग के सीईओ, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सचिव सहित कई अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं। अमिताभ कांत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' और 'LinkedIn' पर "My New Journey" शीर्षक से पोस्ट साझा करते हुए लिखा- 45 वर्षों की समर्पित सरकारी सेवा के बाद, मैंने नए अवसरों को अपनाने और जीवन में आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। कांत ने कहा कि अब उनका फोकस स्टार्टअप, थिंक टैंक, शैक्षणिक संस्थान और मुक्त उद्यम को सहयोग देने पर होगा ताकि भारत को एक विकसित राष्ट्र की ओर ले जाने की परिवर्तनकारी प्रक्रिया में योगदान दिया जा सके।
पीएम मोदी का जताया आभार
अभिताभ कांत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें G20 शेरपा जैसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय दायित्व निभाने का अवसर मिला, जिससे वह भारत की विकास यात्रा का हिस्सा बन सके। अमिताभ कांत ने अपनी प्रशासनिक यात्रा केरल से शुरू की थी, जहां उन्होंने पर्यटन और विकास के रिश्ते को समझते हुए 'अतुल्य भारत' अभियान में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि पर्यटन का रोजगार और विकास पर गहरा प्रभाव होता है। अमिताभ कांत ने लिखा कि 2023 में भारत की G20 अध्यक्षता उनके करियर का सबसे अहम अध्याय रहा। यह अध्यक्षता लोगों की भागीदारी और समावेशिता पर आधारित थी, जिसमें देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बैठकें आयोजित की गईं।
नीति आयोग और औद्योगिक नीति विभाग में अहम जिम्मेदारियां संभालीं
- नीति आयोग के सीईओ रहे अभिताभ कांत
- आकांक्षी जिला कार्यक्रम का नेतृत्व किया
- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की नींव रखी
- PLI स्कीम, अटल इनोवेशन मिशन और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन जैसे बड़े रिफॉर्म्स को आगे बढ़ाया
डीआईपीपी सचिव रहते हुए किए ये खास काम
- 'Ease of Doing Business' सुधारों को लागू किया
- मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों की शुरुआत की
- अतुल्य भारत से शुरू हुई थी प्रशासनिक यात्रा