अयोध्या, वाईबीएन नेटवर्क। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला एक ईमेल मिलने से हड़कंप मच गया है। यह धमकी भरा मेल सोमवार रात राम जन्मभूमि ट्रस्ट को भेजा गया, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अयोध्या के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है और साइबर सेल ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अधिकारी महेश कुमार की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया। इसके साथ ही अयोध्या, बाराबंकी और आसपास के ज़िलों में सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। हर संदिग्ध गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
एफआईआर दर्ज, बढ़ाई गई सुरक्षा
अयोध्या के राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी का ईमेल मिलने के बाद मामले में मंगलवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। रविवार को भेजे गए ईमेल में मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने के साथ ही सुरक्षा बढ़ाने की हिदायत दी गई थी। ईमेल मिलने के बाद व्यापक सर्च अभियान चलाया गया था और सतर्कता बढ़ा दी गई थी। हालांकि, सर्च अभियान में कुछ भी नहीं मिला था फिर भी मामले को गंभीरता से लेते हुए राम जन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय के अकाउंट ऑफिसर महेश कुमार ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
नवंबर में भी मिली थी धमकी
कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी नवंबर में वीडियो जारी कर राममंदिर पर हमले की धमकी दी थी। एक कथित वीडियो संदेश में, पन्नू ने कहा कि 16-17 नवंबर को अयोध्या में राम मंदिर पर खून-खराबा होगा। इसके बाद अयोध्या प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया, क्योंकि 18 नवंबर को राम मंदिर में राम विवाह उत्सव होता है। इस धमकी पर अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा था कि अयोध्या की रक्षा हनुमानजी द्वारा की जा रही है, इसलिए कोई भी यहां पर हमला करने की हिम्मत नहीं कर सकता।
बता दें कि अयोध्या पहले से ही एक उच्च सुरक्षा क्षेत्र है और यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। समय-समय पर सुरक्षा उपायों की यहां समीक्षा की जाती है। पूरे शहर की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से की जाती है।