/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/26/gurugram-police-2025-07-26-15-18-01.jpg)
गुरुग्राम में पकड़े गए बांग्लादेशी घुसपैठिए : चौंकाने वाला खुलासा! | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । आज शनिवार 26 जुलाई 2025 को गुड़गांव पुलिस ने 10 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है, जिनके पास से बांग्लादेशी दस्तावेज़ मिले हैं। ये सभी अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और अब इन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह घटना दिल्ली-एनसीआर में बढ़ती अवैध घुसपैठ की समस्या को उजागर करती है।
आपको बता दें कि गुरुग्राम में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की मौजूदगी एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। गुरुग्राम पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 ऐसे व्यक्तियों को हिरासत में लिया है जो अवैध रूप से यहां रह रहे थे। ये सभी बांग्लादेशी नागरिक बताए जा रहे हैं, जिनके पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। गुरुग्राम पुलिस के PRO संदीप कुमार ने बताया कि इन सभी को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली-एनसीआर में अवैध अप्रवासियों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे स्थानीय आबादी और सुरक्षा एजेंसियां दोनों चिंतित हैं।
Gurugram Police detains 10 illegal Bangladeshi immigrants. Bangladeshi documents have been recovered from them. Process to deport them has begun: Sandeep Kumar, PRO, Gurugram Police
— ANI (@ANI) July 26, 2025
कैसे हुआ खुलासा? पुलिस की मुस्तैदी या कोई गुप्त सूचना?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ समय से गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों पर नज़र रखी जा रही थी। खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सुनियोजित तरीके से इन 10 लोगों को धर दबोचा। इनके पास से जो बांग्लादेशी दस्तावेज़ मिले हैं, वे इस बात की पुष्टि करते हैं कि ये सभी बांग्लादेशी नागरिक हैं और बिना वैध वीज़ा या अनुमति के भारत में रह रहे थे।
अवैध घुसपैठ: गुरुग्राम के लिए क्यों बन रही है चुनौती?
गुरुग्राम, जो कि एक तेज़ी से विकसित होता महानगरीय क्षेत्र है, अवैध घुसपैठियों के लिए एक आसान ठिकाना बन गया है। यहां रोज़गार के अवसर और शहरी सुविधाओं की उपलब्धता, इन बांग्लादेशी घुसपैठियों को आकर्षित करती है। वे अक्सर छोटे-मोटे काम, दिहाड़ी मज़दूरी या कबाड़ बीनने जैसे कार्यों में लगे पाए जाते हैं। हालांकि, इनकी बढ़ती संख्या से न सिर्फ स्थानीय संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है, बल्कि सुरक्षा एजेंसियां भी चिंतित हैं। इनकी पहचान न होने के कारण, ये आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं या फिर सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
Bangladeshi Deportation | gurugram news