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घुसपैठियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई,  400 से ज्यादा अवैध प्रवासियों को किया जाएगा डिपोर्ट

गुजरात की अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने एसओजी, EOW, जोन 6 और मुख्यालय की टीमों के साथ मिलकर अवैध रूप से रह रही विदेशी प्रवासियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रही है।

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Jyoti Yadav
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घुसपैठियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई,  400 से ज्यादा अवैध प्रवासियों का होगा  निर्वासन
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अहमदाबाद/सूरत, वाईबीएन नेटवर्क | गुजरात की अहमदाबादक्राइम ब्रांच ने एसओजी, EOW, जोन 6 और मुख्यालय की टीमों के साथ मिलकर अवैध रूप से रह रही विदेशी प्रवासियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रही है। डीसीपी  अजीत राजियन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस अभियान के दौरान 400 से ज़्यादा संदिग्ध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है।

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निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी

क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट सीपी शरद सिंघल ने कहा, "गृह मंत्री, सीपी और डीजीपी के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने अप्रैल 2024 से अब तक 2 FIR दर्ज की हैं। 127 अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा गया और 77 को निर्वासित किया गया। हमें इनपुट मिले थे कि चंदोला इलाके में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी रह रहे हैं।पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। हमने अब तक 457 लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ के बाद निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।"उन्होंने बताया कि चंडोला क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों की सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने महिला पुलिसकर्मियों की मदद से घेराबंदी कर यह कार्रवाई की। हिरासत में लिए गए लोगों के पास से फर्जी आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र बरामद हुए हैं। सिंघल ने इसे अवैध घुसपैठ के खिलाफ बड़ी सफलता बताया और कहा कि सभी आरोपियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत उनके देश वापस भेजा जाएगा।

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भारत में कब और कैसे दाखिल हुए

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि ये दस्तावेज कैसे और किनके सहयोग से बनाए गए, साथ ही ये लोग भारत में कब और कैसे दाखिल हुए। वहीं, सूरत पुलिस ने उधना, कतारगाम, महीधरपूरा, पांडेसरा, सलाबतपुर और लिम्बायत जैसे इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाकर 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। पुलिस ने कई टीमों का गठन कर इन क्षेत्रों में छापेमारी की। हिरासत में लिए गए लोग छोटे-मोटे काम कर रहे थे और उनके पास से बरामद दस्तावेजों की जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि इनमें से कई ने फर्जी तरीके से आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र बनवाए हैं। पुलिस अब इन नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है और फर्जी दस्तावेज बनाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है।

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