/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/06/bharat-chunav-ayog-update-2025-10-06-10-44-30.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान आज शाम 4 बजे होने जा रहा है। निर्वाचन आयोग EC की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो चरणों में चुनाव कराने की घोषणा हो सकती है। जानकार सूत्रों के मुताबिक, छठ पर्व के तुरंत बाद पहले चरण का मतदान हो सकता है, जिससे प्रवासी वोटरों की भागीदारी बढ़ेगी। इस बार EC 17 नई पहलें लागू कर रहा है, जो बिहार के साथ-साथ पूरे देश की चुनाव प्रक्रिया का भविष्य तय करेंगी।
चुनाव आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने बिहार में तैयारियों की गहन समीक्षा के बाद दिल्ली वापसी की है। सूत्रों के अनुसार, इस बार चुनाव तीन के बजाय सिर्फ दो चरणों में कराने का प्रस्ताव है। इसकी मुख्य वजह प्रवासी बिहारियों की 'छठ पर्व' के बाद वापसी है।
Election Commission of India (@ECISVEEP) posts, "#ECI to hold a Press Conference at 4 pm today to announce the schedule for the Legislative Assembly Elections in #Bihar." pic.twitter.com/QuKxBCYNVv
— Press Trust of India (@PTI_News) October 6, 2025
Voter Turnout पर फोकस रणनीति
पहले चरण में उत्तरी और मध्य जिलों को शामिल करने से मतदान प्रतिशत Voter Turnout में बड़ी वृद्धि की उम्मीद है। मकसद प्रवासी मतदाताओं को मतदान का पूरा मौका देना।
मुख्य चुनाव आयुक्त CEC ज्ञानेश कुमार ने बताया कि 22 नवंबर को 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने से पहले चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे। इस बार बिहार का चुनाव देश के लिए एक 'मॉडल' बनने जा रहा है, क्योंकि यहां 17 नई पहलें लागू हो रही हैं। 17 नई पहलें ये हैं वो बदलाव जो हर वोटर को जानने जरूरी हैं।
CEC ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि इन 17 पहलों में से कुछ चुनाव से पहलें, कुछ मतदान के दौरान और कुछ प्रक्रिया खत्म होने के बाद लागू होंगी। ये पहलें न केवल बिहार की चुनावी प्रक्रिया को शुद्ध करेंगी बल्कि भविष्य में पूरे देश में दोहराई भी जाएंगी।
डिजिटल और सुरक्षा पर ज़ोर, 100 परसेंट वेबकास्टिंग
पहली बार बिहार के सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा लागू होगी। इसका मतलब है कि मतदान की पूरी प्रक्रिया पर EC की लाइव नजर रहेगी। मोबाइल जमा सुविधा सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए मोबाइल फोन जमा करने की अनिवार्य सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे मतदान की गोपनीयता और शांति सुनिश्चित हो सकेगी।
मतदाता सूची का 'शुद्धिकरण'
गहन पुनरीक्षण SIR CEC ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण SIR के जरिए 22 वर्षों के बाद बिहार की मतदाता सूची को 'शुद्ध' किया गया है।
आसान पंजीकरण: नई मानक संचालन प्रक्रिया SOP के तहत, मतदाता के रूप में पंजीकरण के 15 दिनों के भीतर पहचान पत्र EPIC मिल जाएगा।
क्या आपका नाम वोटर लिस्ट में है? जानिए क्या है आखिरी मौका
SIR के फैसले पर CEC ने कहा कि यह जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कानूनी और अनिवार्य दोनों है। हालांकि, किसी भी शिकायत या नाम जोड़ने-हटाने के लिए अभी भी रास्ता खुला है। वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने-हटाने की प्रक्रिया अपील का अधिकार अगर किसी को मतदाता सूची से नाम जोड़ने या हटाने पर कोई शिकायत है तो वे जिला मजिस्ट्रेट DM के पास अपील कर सकते हैं।
अंतिम तिथि: नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होने से 10 दिन पूर्व तक नए नाम जोड़े या हटाए जा सकते हैं।
क्यों बिहार का यह चुनाव बन रहा है 'मॉडल इलेक्शन'?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा सिर्फ तारीखों का ऐलान नहीं है बल्कि यह भारतीय चुनाव प्रक्रिया में एक नए युग की शुरुआत है। 17 क्रांतिकारी पहलें, मतदाता सूची का शुद्धिकरण और 'छठ-केंद्रित' मतदान योजना यह सुनिश्चित करती है कि यह चुनाव पारदर्शिता , सुरक्षा और अधिकतम मतदाता भागीदारी का एक बेहतरीन उदाहरण बने।
शाम 4 बजे की प्रेस कॉन्फ्रेंस
न केवल बिहार के राजनीतिक दलों के लिए बल्कि हर भारतीय नागरिक के लिए बेहद अहम होगी, जो देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हो रहे बड़े बदलावों को देखना चाहता है।
Bihar elections 2025 | Election Dates Reveal | Voter Reforms India | Digital Polling India not present