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बिहार में 94.68% वोटर्स ने पूरा किया फॉर्मलिटी, अब 1 अगस्त को आएगी नई वोटर लिस्ट! | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।चुनाव आयोग द्वारा जारी ताजा प्रेस नोट के अनुसार, बिहार में 94.68% मतदाताओं ने अपने गणना फॉर्म जमा कर दिए हैं। यह एक बड़ी सफलता है, लेकिन अभी भी 5.2% मतदाता ऐसे हैं जिनके फॉर्म आने बाकी हैं। ये वे मतदाता हो सकते हैं जो या तो अपने पते पर नहीं मिले, संभवतः मृत हो गए, स्थानांतरित हो गए, या एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत हैं। अगर आप इन श्रेणियों में नहीं आते, तब भी आपको अपनी स्थिति की जांच करनी चाहिए, क्योंकि ड्राफ्ट मतदाता सूची 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली है।
मतदान लोकतंत्र की नींव है, और एक सटीक मतदाता सूची इसका आधार। चुनाव आयोग इस विशेष अभियान के तहत यह सुनिश्चित कर रहा है कि बिहार की मतदाता सूची पूरी तरह से अपडेटेड और त्रुटिहीन हो। यह प्रक्रिया न केवल नए मतदाताओं को शामिल करती है, बल्कि डुप्लीकेट प्रविष्टियों, मृत मतदाताओं के नाम और स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं के नामों को हटाने में भी मदद करती है। इसका सीधा मतलब है कि हर एक वैध वोट का महत्व बढ़ जाता है।
बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्य जारी है। केवल 5.2% मतदाता ही फॉर्म भरने के लिए शेष हैं। आज तक, 94.68% मौजूदा मतदाताओं ने 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में शामिल होने के लिए अपना गणना फॉर्म जमा कर दिया है: भारत निर्वाचन आयोग pic.twitter.com/I7XaIZXn6N
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 18, 2025
आप क्या कर सकते हैं?
अगर आपने अभी तक अपना गणना फॉर्म जमा नहीं किया है या आपको अपनी मतदाता सूची की स्थिति पर कोई संदेह है, तो आपके पास केवल 7 दिन बचे हैं! 1 अगस्त, 2025 को ड्राफ्ट सूची के प्रकाशन के बाद, आपको एक महीने का समय मिलेगा आपत्तियों और दावों के लिए। लेकिन जितना जल्दी हो सके, अपनी जानकारी की पुष्टि करना सबसे अच्छा है।
भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India - ECI) द्वारा जारी एक प्रेस नोट 18 जुलाई, 2025 को जारी किया गया। जिसमें मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) कार्य के बारे में कुछ जानकारी दी गई है।
बिहार SIR: 94.68% मतदाताओं ने फॉर्म जमा किए; 7 दिन शेष: 24 जून, 2025 तक, कुल 7,89,69,844 मतदाताओं में से 7,11,72,660 गणना फॉर्म प्राप्त हुए हैं, जो कुल मतदाताओं का 90.12% है।
प्रकाशन की तारीख: मसौदा मतदाता सूची 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित की जाएगी।
राजनीतिक दलों/मतदाताओं के लिए समय सीमा: मसौदा सूची के प्रकाशन के बाद राजनीतिक दलों और मतदाताओं को एक महीने का समय मिलेगा ताकि वे SIR आदेश (पेज 2, पैरा 7) दिनांक 24 जून, 2025 के अनुसार किसी भी प्रविष्टि में सुधार, विलोपन या नए नाम शामिल करने का प्रस्ताव दे सकें।
निःशुल्क उपलब्धता: मुद्रित और डिजिटल प्रतियां मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी और ECI वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएंगी।
लक्ष्य: यह सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी पात्र मतदाता छूटेगा नहीं।
मतदाता स्थिति का विवरण (24 जून, 2025 तक)
कुल मतदाता: 7,89,69,844
प्राप्त गणना फॉर्म: 7,11,72,660 (90.12%)
डिजिटल किए गए गणना फॉर्म: 6,85,34,743 (86.79%)
अपने पते पर नहीं मिले मतदाता: 36,86,971 (4.67%)
संभवतः मृत मतदाता: 12,71,414 (1.61%)
संभवतः स्थानांतरित मतदाता: 18,16,306 (2.30%)
कई स्थानों पर नामांकित मतदाता: 5,92,273 (0.75%)
जिन मतदाताओं का पता नहीं लगाया जा सका: 6,978 (0.01%)
कुल पता लगाए गए (2+4): 7,48,59,631 (94.68%)
शेष गणना फॉर्म प्राप्त होने हैं: 41,10,213 (5.2%)
BLA की भूमिका: जिन मतदाताओं की मृत्यु हो गई है, स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गए हैं, या कई स्थानों पर नामांकित हैं और अभी तक फॉर्म वापस नहीं किए हैं, उनकी सूची जिला अध्यक्षों/1.5 लाख बूथ स्तर के एजेंटों (BLAs) के साथ साझा की जा रही है। BLAs को 25 अगस्त, 2025 से पहले प्रत्येक मामले की स्थिति को सत्यापित करने और प्रमाणित करने के लिए कहा गया है। उन्हें 50 फॉर्म तक जमा करने के लिए कहा गया है।
अंतिम मतदाता सूची: दावों और आपत्तियों के निपटान के बाद, अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर, 2025 को प्रकाशित की जाएगी। मुद्रित और डिजिटल प्रतियां मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी और ECI वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएंगी।
अपील: किसी भी ERO (Electoral Registration Officer) के निर्णय से व्यथित कोई भी मतदाता जिला मजिस्ट्रेट और मुख्य चुनावी अधिकारी के पास अपील कर सकता है।
बिहार मतदाता सूची: अंतिम 7 दिन! आपका नाम छूटा तो नहीं?
क्या आपका वोट महत्वपूर्ण है? बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का अंतिम चरण चल रहा है, और यह सुनिश्चित करने का आखिरी मौका है कि आपका नाम सही सलामत मतदाता सूची में दर्ज हो। भारत निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका लक्ष्य 'कोई भी पात्र मतदाता छूटेगा नहीं' है, लेकिन इसके लिए आपकी सक्रियता बेहद जरूरी है।
अपने BLO (बूथ लेवल अधिकारी) से संपर्क करें: वे आपकी मदद करने के लिए सबसे अच्छे व्यक्ति हैं।
चुनाव आयोग की वेबसाइट देखें: ड्राफ्ट सूची ऑनलाइन उपलब्ध होगी।
अपने पते और विवरण की जांच करें: सुनिश्चित करें कि कोई गलती न हो।
यदि कोई विसंगति है, तो तत्काल आपत्ति दर्ज करें: आपके पास 1 महीने का समय होगा।
अंतिम सूची कब आएगी?
दावों और आपत्तियों के निपटान के बाद, अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर, 2025 को प्रकाशित की जाएगी। यह सूची भी राजनीतिक दलों और आम जनता के लिए निःशुल्क उपलब्ध होगी।
चुनाव आयोग की प्रतिबद्धता: "कोई नहीं छूटेगा"
चुनाव आयोग की इस पहल का मुख्य उद्देश्य समावेशिता सुनिश्चित करना है। वे चाहते हैं कि हर पात्र नागरिक को मतदान का अधिकार मिले और कोई भी तकनीकी या प्रक्रियात्मक बाधा के कारण इससे वंचित न रहे। बूथ लेवल अधिकारियों (BLA) की टीमों को सक्रिय किया गया है ताकि उन 5.2% मतदाताओं तक पहुंचा जा सके जिनके फॉर्म अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे "कोई नहीं छूटेगा" की अपनी प्रतिबद्धता पर खरे उतरें, व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।
क्या होगा अगर आपका नाम गलती से छूट जाए या हटा दिया जाए?
प्रेस नोट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि किसी भी इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ERO) के निर्णय से व्यथित कोई भी व्यक्ति जिला मजिस्ट्रेट या मुख्य चुनावी अधिकारी के पास अपील कर सकता है। यह एक महत्वपूर्ण सुरक्षा तंत्र है जो यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन न हो।
यह आपके और बिहार के भविष्य के लिए क्यों मायने रखता है?
एक सटीक और अद्यतन मतदाता सूची न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सरकार की योजना और नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन में भी सहायता करती है। जब मतदाता सूची त्रुटिहीन होती है, तो यह लोकतंत्र को मजबूत करती है और यह सुनिश्चित करती है कि जनता की आवाज़ को सही ढंग से सुना जा सके। बिहार जैसे राज्य में, जहां चुनावी भागीदारी हमेशा उच्च रही है, यह पुनरीक्षण प्रक्रिया और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण एक महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक अभ्यास है। नागरिकों को यह सुनिश्चित करने के लिए इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए कि उनका नाम मतदाता सूची में सही ढंग से दर्ज हो। अंतिम 7 दिन निर्णायक हैं, और आपकी सक्रियता ही इस प्रक्रिया को सफल बनाएगी। याद रखें, आपका एक वोट मायने रखता है!
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