नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने विपक्ष द्वारा संसद का
विशेष सत्र बुलाने की मांग और 'ऑपरेशन सिंदूर' पर उठाए गए सवालों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष का रवैया भारतीय सेना की बहादुरी और बलिदान का अपमान करने वाला है, और उनके बयानों से ऐसा प्रतीत होता है मानो वे पाकिस्तान की तरफदारी कर रहे हों।
निकों की वीरता और बहादुरी का अपमान
जगदम्बिका पाल ने कहा कि जिस तरह से विपक्ष विशेष सत्र की मांग कर रहा है, जिस तरह से वे
'ऑपरेशन सिंदूर' की आलोचना कर रहे हैं और जिस तरह से लोकसभा के नेता राहुल गांधी सबूत मांग रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि वे पाकिस्तान के पक्ष में बोलने की कोशिश कर रहे हैं। वे हमारे भारतीय सैनिकों की वीरता और बहादुरी का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में मौजूद नौ आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट किया और यह पूरी दुनिया ने देखा। यह हमारे सैनिकों की अदम्य साहस और रणनीतिक सफलता का प्रतीक है।
भाजपा के नेताओं ने की आलोचना
पाल ने कहा कि जब सैनिक सीमा पर जान की बाजी लगाते हैं, तब विपक्ष का इस तरह से सवाल उठाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। विपक्ष की
विशेष सत्र की मांग और राहुल गांधी द्वारा सैन्य कार्रवाई पर सबूत मांगने को लेकर भाजपा के अन्य नेताओं ने भी पहले आलोचना की है। लेकिन जगदम्बिका पाल का यह बयान इस विवाद को एक नई धार देने वाला माना जा रहा है, जिसमें सीधे तौर पर विपक्ष पर राष्ट्रविरोधी सोच को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से दिया आतंकवाद को करारा जवाब
'ऑपरेशन सिंदूर' एक सैन्य अभियान था, जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों ने सीमापार आतंकी ढांचे को लक्ष्य बनाकर कार्रवाई की। सरकार के अनुसार, यह अभियान पूरी तरह सफल रहा और इससे पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों को बड़ा झटका लगा। हालांकि, विपक्ष द्वारा इस पर पारदर्शिता की मांग और सैन्य कार्रवाई के सबूत मांगे जाने से राजनीतिक बहस तेज हो गई है। Operation Sindoor | bjp