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विले पार्ले में 90 साल पुराने दिगंबर जैन मंदिर को BMC ने किया ध्वस्त, विरोध में उतरा जन सैलाब

बता दें, कांबलीवाड़ी में नेमिनाथ सहकारी आवास सोसाइटी के अंदर स्थित मंदिर को बीएमसी द्वारा16 अप्रैल को ढहा दिया गया। यह संरचना 1960 के दशक की थी और बीएमसी की अनुमति से इसका जीर्णोद्धार कराया गया।

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Jyoti Yadav
विले पार्ले में 90 साल पुराने दिगंबर जैन मंदिर को BMC ने किया ध्वस्त, विरोध में उतरा जन सैलाब 
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मुंबई, वाईबीएन नेटवर्क | मुंबई के विले पार्ले ईस्ट में एक 90 साल पुराने दिगंबर जैन मंदिर को BMC ने ध्वस्त कर दिया। बीएमसी के इस कार्रवाई के बाद  जैन समुदाय के लोगों ने मुंबई नगर पालिका के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। जैन समुदाय द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, क्योंकि बीएमसी ने अदालत के आदेश के बाद मंदिर के अधिकारियों को अपील दायर करने का समय दिए बिना दशकों पुराने मंदिर को ध्वस्त कर दिया। 

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देश के अल्पसंख्यक समाज में भारी रोष 

कांग्रेस के मीडिया प्रभारी ने इस लेकर एक ट्ववीट किया। उन्होंने लिखा- मुंबई की सड़कों पर जन सैलाब उमड़ा है। 90 साल पुराने दिगंबर जैन मंदिर को BMC द्वारा बिना सुनवाई ध्वस्त करने की कारवाई से जैन समाज आहत है। धार्मिक स्थलों और संस्थानों को लगातार निशाना बनाएं जाने से देश के अल्पसंख्यक समाज में भारी रोष है। 

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अहिंसक रैली निकाली गई

मुंबई में 90 साल पुराने पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर को तोड़े जाने के बाद अहिंसक रैली निकाली गई। इस रैली में मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, विधायक पराग अलवाणी और जैन समाज के संत शामिल है। सभी पार्टियों के नेताओं ने इस कार्रवाई के खिलाफ मोर्चा निकाला और आगे की रणनीति पर विचार किया। बीएमसी की इस कार्रवाई से जैन समुदाय में बहुत गुस्सा है और वे दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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बीएमसी की टीम ने मंदिर को ध्वस्त कर दिया

बता दें, कांबलीवाड़ी में नेमिनाथ सहकारी आवास सोसाइटी के अंदर स्थित मंदिर को बीएमसी द्वारा16 अप्रैल को ढहा दिया गया। यह संरचना 1960 के दशक की थी और बीएमसी की अनुमति से इसका जीर्णोद्धार कराया गया था। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की सरकार है। बीएमसी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। जिम्मेदारी फिलहाल सरकार के पास है। बीएमसी ने मंदिर को गिराने के संबंध में प्रबंधन समिति को नोटिस जारी किया था। जैन समुदाय ने इसके खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। मामले की सुनवाई गुरुवार को होनी थी, लेकिन उससे पहले ही बुधवार को बीएमसी की टीम ने मंदिर को ध्वस्त कर दिया।

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