नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार आठवी बार बजट पेश कर रही है, बजट भाषण के दौरान कई तकनीकी और वित्तीय शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनसे आम जनता को बहुत कम जानकारी होती है। इन शब्दों के सही अर्थ को समझ लेने से न केवल बजट को बेहतर तरीके से देखा जा सकता है, बल्कि यह भी स्पष्ट हो जाता है कि सरकार की वित्तीय नीतियाँ और योजनाएँ को भी समझ पायेगे।
फिस्कल डेफिसिट (Fiscal Deficit)
जब सरकार की कुल आय उसके कुल व्यय से कम होती है, तो इस स्थिति को राजकोषीय घाटा कहते हैं। इसे पूरा करने के लिए सरकार कर्ज लेती है या बॉन्ड जारी करती है। यह किसी देश की आर्थिक स्थिति का एक महत्वपूर्ण संकेतक है, जो सरकार की वित्तीय नीतियों को दर्शाता है।
रिवाइज्ड एस्टिमेट (Revised Estimate)
इसका मतलब है जब सरकार वित्तीय वर्ष के दौरान अपने निर्धारित बजट में महत्वपूर्ण बदलाव करती है, तो इसे संशोधित अनुमान कहा जाता है। यह वास्तविक आय और उपयोग के आधार पर किया जाता है ताकि योजनाओं को सही दिशा में बदला जा सके और योजनाओं का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।
एप्रोप्रिएशन बिल (Appropriation Bill)
यह विधेयक सरकार को विभिन्न योजनाओं पर धन खर्च करने की अनुमति देने के लिए लाया गया है, इसका उद्देश्य वित्तीय अनुशासन बनाए रखना है। सरकार बजट में दिए गए धन का उपयोग संसद से मंजूरी के बाद ही कर सकती है।
फिस्कल सरप्लस (Fiscal Surplus)
जब सरकार की कुल आय उसके कुल व्यय से अधिक होती है, तो उसे राजकोषीय अधिशेष कहा जाता है। यह आर्थिक स्थिरता को दर्शाता है और दिखाता है कि सरकार अपनी राजकोषीय नीतियों को प्रभावी ढंग से संचालित कर रही है।
रेवेन्यू डेफिसिट (Revenue Deficit)
जब सरकार की कुल आय उसकी आय खपत के बराबर न हो, तो इसे आय घाटा कहा जाता है। यह सरकार की वित्तीय व्यवस्था की कमी को दर्शाता है और इस वजह से सरकार को अपनी खपत को खरीद कर पूरा करना पड़ता है।
कंटिन्जेंसी फंड (Contingency Fund)
यह सरकार द्वारा बनाए रखा गया एक आपातकालीन कोष है, जिसका उपयोग अप्रत्याशित संकट या आपदा के समय किया जाता है। सरकार इसे संसद की अनुमति के बिना भी खर्च कर सकती है।
कंसोलिडेटेड फंड (Consolidated Fund)
यह प्राथमिक स्रोत है जो सरकार के कुल राजस्व को संग्रहीत करता है। इसमें करों, ऋणों और अन्य स्रोतों से प्राप्त धन शामिल है। इससे धन निकालने के लिए संसद की मंजूरी की आवश्यकता होती है।
रेवेन्यू एक्सपेंडिचर (Revenue Expenditure)
सार्वजनिक प्राधिकरण का व्यय जो सामान्य संगठन, वेतन, वार्षिकी, दान और अन्य दैनिक कार्यों के लिए किया जाता है। इस उपयोग का मौद्रिक विकास की तुलना में क्षणिक प्रभाव होता है।