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नाग पंचमी पर देशभर में उत्सव, मंदिरों में उमड़ी भीड़

नाग पंचमी पर देशभर में उत्सव, मंदिरों में उमड़ी भीड़! अयोध्या, प्रयागराज और उज्जैन में विशेष पूजा-अर्चना। क्रिकेटर उमेश यादव ने महाकाल में लिया आशीर्वाद, बताया 'बाबा का बुलावा'। नागों की पूजा से मिलती है सुख-समृद्धि और सर्प दोष से मुक्ति।

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Ajit Kumar Pandey
नाग पंचमी पर देशभर में उत्सव, मंदिरों में उमड़ी भीड़ | यंग भारत न्यूज

नाग पंचमी पर देशभर में उत्सव, मंदिरों में उमड़ी भीड़ | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । आज मंगलवार 29 जुलाई 2025 को पूरे देश में नाग पंचमी का पर्व भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। अयोध्या से प्रयागराज और उज्जैन तक, मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी। क्रिकेटर उमेश यादव ने भी नाग पंचमी के अवसर पर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आशीर्वाद लिया, जहां उन्होंने इसे बाबा का बुलावा बताया।

नाग पंचमी का पावन पर्व, जो हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाया जाता है, इस साल भी देशभर में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया। यह दिन नाग देवताओं की पूजा के लिए समर्पित है, जिन्हें भगवान शिव के गले का आभूषण और भगवान विष्णु की शैय्या माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से सर्प दोष से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

अयोध्या में शेषावतार श्री लक्ष्मण मंदिर की रौनक

भगवान राम की नगरी अयोध्या में, शेषावतार श्री लक्ष्मण मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह से ही श्रद्धालु लंबी कतारों में खड़े होकर भगवान लक्ष्मण और शेषनाग का आशीर्वाद लेने पहुंचे। भक्तों ने दूध, लावा और फूल चढ़ाकर नाग देवता की स्तुति की। यह दृश्य वाकई मनमोहक था, जहाँ हर चेहरा एक अलौकिक शांति और भक्ति से जगमगा रहा था।

प्रयागराज में नागवासुकी मंदिर में उमड़ी भीड़

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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित श्री नागवासुकी मंदिर भी नाग पंचमी के अवसर पर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा। त्रिवेणी संगम के पास स्थित यह प्राचीन मंदिर नागों के प्रति गहरी आस्था का प्रतीक है। यहां दूर-दराज से लोग आकर नागवासुकी भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं, ताकि उनके जीवन से हर प्रकार के भय और संकट दूर हों। मंदिर का वातावरण मंत्रोच्चार और जयकारों से गूंज रहा था, जो हर किसी को भक्तिमय कर रहा था।

उज्जैन: क्रिकेटर उमेश यादव ने लिया महाकाल का आशीर्वाद

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मध्य प्रदेश के उज्जैन में, प्रसिद्ध क्रिकेटर उमेश यादव ने नाग पंचमी के पावन अवसर पर श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भस्म आरती में भाग लिया। उमेश यादव ने इस अनुभव को 'बाबा का बुलावा' बताया, जिससे पता चलता है कि यह उनके लिए कितना महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, "बाबा से मेरा एक अलग ही नाता है। आज नाग पंचमी है और बहुत अच्छा दिन है। आज उनका आशीर्वाद पाने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। ये उनका बुलावा है।" उनकी यह श्रद्धा कई लोगों को प्रेरित कर रही है।

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नाग पंचमी: क्यों है यह पर्व इतना खास?

अखंड सौभाग्य का प्रतीक: इस दिन नागों की पूजा से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

सर्प दोष निवारण: जिन लोगों की कुंडली में सर्प दोष होता है, वे इस दिन पूजा कर इससे मुक्ति पा सकते हैं।

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नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति: नाग देवता की पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।

धान्य और समृद्धि: मान्यता है कि नागों को अन्न का रक्षक माना जाता है, इसलिए इनकी पूजा से खेत-खलिहान में समृद्धि आती है।

देहरादून में बारिश और हरिद्वार में बागो वाले बाबा का दरबार

उत्तराखंड के देहरादून में नाग पंचमी के दिन शहर के कुछ हिस्सों में बारिश भी हुई, जिसने मौसम को सुहावना बना दिया। वहीं, हरिद्वार में बागो वाले बागेश्वर मंदिर में भी भक्तों ने नाग देवता की पूजा-अर्चना की। यह मंदिर अपनी विशेष मान्यताओं के लिए जाना जाता है, जहां लोग अपनी मनोकामनाएं पूरी करने आते हैं।

उज्जैन का नागचंद्रेश्वर मंदिर, साल में एक दिन दर्शन

उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर को नाग पंचमी के अवसर पर भक्तों के लिए खोला गया। यह मंदिर साल में सिर्फ एक बार, नाग पंचमी के दिन ही दर्शन के लिए खुलता है, जिससे यहां दर्शनार्थियों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस मंदिर में भगवान शिव अपने गले में लिपटे नाग के साथ एक विशेष रूप में विराजमान हैं, जिनके दर्शन को अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन का इंतजार भक्त पूरे साल करते हैं।

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