Advertisment

Chhath Puja 2025: जानें कब और कैसे शुरू हुआ सूर्य की उपासना का महापर्व

जानें कब और कैसे शुरू हुआ सूर्य की उपासना का चार दिवसीय महापर्व। बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड समेत देश के कई हिस्सों में श्रद्धालु पूरे उत्साह और आस्था के साथ इस पर्व को मनाते हैं।

author-image
Dhiraj Dhillon
Chhath Puja 2025

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। 25 अक्टूबर 2025 से चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा का शुभारंभ हो गया है। बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड समेत देश के कई हिस्सों में श्रद्धालु पूरे उत्साह और आस्था के साथ इस पर्व को मनाते हैं। पहले दिन 'नहाय-खाय' का अनुष्ठान संपन्न हुआ, जिसमें व्रती सुबह स्नान कर स्वच्छता और पवित्रता का संदेश देते हैं और सूर्य देव को जल अर्पित कर व्रत का संकल्प लेते हैं।

रामायण काल से जुड़ी है छठ महापर्व की उत्पत्ति

छठ महापर्व की उत्पत्ति रामायण काल से जुड़ी है। राम के वनवास के बाद माता सीता ने मुद्गल ऋषि के निर्देश पर षष्ठी तिथि को सूर्य देव की पूजा की। महाभारत काल में भी पांडवों और द्रौपदी ने इस व्रत का पालन किया। सूर्यपुत्र कर्ण भी सूर्य देव के भक्त थे और उन्होंने अर्घ्य देकर आशीर्वाद प्राप्त किया। छठी मैया, जिन्हें षष्ठी देवी के नाम से भी जाना जाता है, संतान सुख, परिवार में खुशहाली और समृद्धि देने वाली देवी हैं। श्रद्धालु उनका पूजन और सूर्य को अर्घ्य देकर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा की कामना करते हैं।

Advertisment

छठ पूजा 2025 कैलेंडर:

  • नहाय-खाय: 25 अक्टूबर
  • खरना: 26 अक्टूबर
  • संध्या अर्घ्य: 27 अक्टूबर
  • उषा अर्घ्य: 28 अक्टूबर

नहाय-खाय के दिन व्रती गरीबों को दान दें, गाय को भोजन कराएं और घर में साफ-सुथरे बर्तनों में भोजन तैयार कर सूर्य को अर्पित करें।

Chhath Puja 2025 | Chhath Mahaparva

Chhath Mahaparva Chhath Puja 2025
Advertisment
Advertisment