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छत्तीसगढ़ न्यूज : वक्फ बोर्ड अध्यक्ष सलीम राज का बड़ा फैसला, 'हर घर तिरंगा' के बाद 'हर मस्जिद तिरंगा' का संदेश | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक अनोखी और दिल छू लेने वाली पहल देखने को मिली है। राज्य वक्फ बोर्ड ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी मस्जिदों, दरगाहों और इमामबाड़ों में राष्ट्रीय ध्वज फहराना अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड के अध्यक्ष सलाम राज का कहना है कि यह निर्णय भारतीय मुसलमानों के देश के प्रति सम्मान को दर्शाता है। इस पहल ने देशभक्ति का एक नया अध्याय जोड़ा है।
छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड ने स्वतंत्रता दिवस को एक विशेष तरीके से मनाने का निर्णय लिया है। बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने सभी मस्जिदों, दरगाहों, इमामबाड़ों और खानकाहों के मुख्य द्वार पर तिरंगा फहराने का आदेश जारी किया है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि भारतीय मुसलमान राष्ट्र के प्रति अपने गहरे सम्मान को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें।
#WATCH | Raipur, Chhattisgarh: State Waqf Board Chairman Salim Raj says, "Hoisting the flag at the main entrance of Mosques, Dargahs, Imambaras, Khanqahs, or in front of Mosques has become mandatory because Indian Muslims respect Tiranga... The flag hoisting will be performed by… pic.twitter.com/0HzDZBMZJ9
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 12, 2025
इस आदेश के तहत हर मस्जिद के इमाम और मस्जिद कमेटी को झंडा फहराने का कार्यक्रम आयोजित करना होगा। इस कार्यक्रम की तस्वीरें बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड करना भी अनिवार्य किया गया है। यह पहल न केवल देशभक्ति की भावना को मजबूत करती है बल्कि यह भी दिखाती है कि धार्मिक और राष्ट्रीय पहचान एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं।
इस पहल का उद्देश्य समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देना भी है। यह एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि भारत एक ऐसा देश है जहां सभी धर्मों के लोग अपनी धार्मिक पहचान के साथ-साथ अपनी राष्ट्रीय पहचान पर भी गर्व करते हैं। इस कदम की देशभर में सराहना हो रही है और इसे एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है।
धार्मिक स्थलों पर तिरंगा फहराने का महत्व
राष्ट्रीय एकता: धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने से सभी धर्मों के बीच एकता की भावना मजबूत होती है।
सकारात्मक संदेश: यह पहल एक सकारात्मक संदेश देती है कि धार्मिक समुदाय भी राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
देश के प्रति सम्मान: यह भारतीय मुसलमानों के देश के प्रति अटूट प्रेम और सम्मान को प्रदर्शित करता है।
'हर घर तिरंगा' के बाद 'हर मस्जिद तिरंगा' का संदेश
यह पहल 'हर घर तिरंगा' अभियान की सफलता के बाद आई है, जिसमें पूरे देश ने अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। अब 'हर मस्जिद तिरंगा' का संदेश छत्तीसगढ़ से निकलकर पूरे देश में एक नई बहस और पहल को जन्म दे सकता है। यह दिखाता है कि देशभक्ति किसी धर्म या समुदाय की मोहताज नहीं होती। यह भावना सभी के दिलों में समान रूप से धड़कती है।
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने इस पहल को लेकर कहा है कि 'भारतीय मुसलमान तिरंगे का बहुत सम्मान करते हैं। यह अनिवार्य करना हमारी देशभक्ति का ही एक प्रमाण है।' यह बयान दर्शाता है कि यह कदम सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक गहरी भावना का प्रतीक है।
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