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Mumbai में कोल गैसीफिकेशन रोड शो की शुरुआत, भारत बना एक अरब टन कोयला उत्पादन करने वाला देश

मुंबई में कोल गैसीफिकेशन रोड शो की शुरूआत। कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव ने बताया- भारत में पहली बार एक अरब टन कोयला उत्पादन कर एतिहासिक उपलब्धि हासिल की। कोल गैसीफिकेशन से एथेनॉल, मेथनॉल और डीएमई जैसे उत्पाद मिलेंगे।

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Dhiraj Dhillon
Additional Secretary of the Ministry of Coal, Rupinder Brar

मुंबई, वाईबीएन न्यूज। भारत सरकार के कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रुपिंदर बरार ने मुंबई में आयोजित कोल गैसीफिकेशन रोड शो में कहा कि कोल गैसीफिकेशन न सिर्फ कोयले के स्वच्छ उपयोग का माध्यम है, बल्कि इससे डीएमई, एथेनॉल, मेथनॉल, अमोनियम नाइट्रेट सहित कई मूल्यवान उप-उत्पाद भी प्राप्त होते हैं। 

भारत के पास 400 अरब टन कोयले का भंडार

कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव ने बताया कि भारत के पास लगभग 400 अरब टन कोयले का भंडार है और यह देश के लिए बड़ा कारोबारी अवसर है। बरार बोलीं- आज हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और बहुत जल्द तीसरे स्थान पर पहुंचने जा रहे हैं। ऐसे में कोयले के संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना बेहद जरूरी है।

कोल सेक्टर का योगदान

बरार ने कहा कि पिछले दस वर्षों में कोयला क्षेत्र ने उल्लेखनीय प्रगति की है। कोल सेक्टर न केवल ऊर्जा बल्कि इस्पात और सीमेंट जैसे बुनियादी ढांचा क्षेत्रों के लिए भी अहम है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष पहली बार भारत ने एक अरब टन कोयले का उत्पादन किया, जो ऐतिहासिक उपलब्धि है।

कोल सेक्टर को ऐसे मिली नई दिशा

कोल ब्लॉकों के आवंटन में पारदर्शिता और राज्यों के साथ समन्वय ने इस क्षेत्र को नई दिशा दी है। बरार ने कहा कि सरकार ने खनन संचालन और कोल माइंस के विनिवेश को तेज करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं, जिससे उत्पादन और कार्यक्षमता में काफी सुधार हुआ है।
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