नई दिल्ली,वाईबीएन डेस्क: कांग्रेस ने जाति जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व बयानों को निशाने पर लेते हुए कहा है कि अब वही प्रधानमंत्री इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने पहले इस विचार को समाज को बांटने वाला बताया था।
पीएम ने लिया श्रेय
पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री मोदी के दो पुराने बयानों का एक संक्षिप्त वीडियो साझा किया। उन्होंने लिखा, "पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के बीच 30 अप्रैल, 2025 को मोदी सरकार ने अप्रत्याशित रूप से जाति जनगणना की घोषणा की। कल एनडीए मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री ने उम्मीद के मुताबिक इसका पूरा श्रेय लिया।
पीएम इसे समावेशी विकास नीति’ का हिस्सा बता रहे
वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी के 2 अक्टूबर 2023 और 28 अप्रैल 2024 के बयानों को दिखाया गया है, जिसमें वे जातिगत जनगणना की मांग को ‘समाज को बांटने’ वाला और ‘अर्बन नक्सल’ सोच का हिस्सा बताते नजर आते हैं। रमेश ने तंज कसते हुए कहा कि अब पीएम इसे अपनी ‘समावेशी विकास नीति’ का हिस्सा बता रहे हैं। यह दोहरापन स्पष्ट करता है कि चुनावी माहौल में मुद्दों पर रुख कैसे बदलता है।
ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता भारत की आत्मनिर्भरता की उपलब्धि
गौरतलब है कि रविवार को एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि जाति आधारित जनगणना उनकी सरकार के उस मॉडल की दिशा में एक कदम है, जिसका मकसद हाशिये पर खड़े और सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाना है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।