नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । देशभर में कोरोना वायरस एक बार फिर दस्तक देने लगा है। शनिवार 7 जून 2025 को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस वक्त 5755 एक्टिव कोविड केस हैं। जबकि 5484 मरीजों को अब तक डिस्चार्ज किया जा चुका है। साथ ही बीते 24 घंटे में 4 मरीजों की मौत ने चिंता और बढ़ा दी है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना एडवायजरी पहले ही जारी कर चुकी है। फिलहाल देशभर में हास्पिटल्स को एक्टिव मोड में रखा गया है।
बता दें कि भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में हल्की लेकिन चिंताजनक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 5755 एक्टिव कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। सिर्फ बीते 24 घंटे में 4 लोगों की मौत हुई है, जिससे सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं।
हालांकि राज्यवार आंकड़ों को लेकर मंत्रालय की ओर से विस्तार नहीं दिया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली और तमिलनाडु जैसे राज्यों में संक्रमण की रफ्तार तुलनात्मक रूप से ज्यादा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मौसमी बदलाव और लोगों की लापरवाही इसके पीछे बड़ी वजह है।
नीचे स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट की लिंक पर आप पल पल अपडेट देख सकते हैं।
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क्या फिर से खतरे की घंटी?
कोरोना वायरस के केसों में यह बढ़ोतरी अचानक नहीं है। पिछले कुछ हफ्तों से हर दिन 100-200 केस सामने आ रहे हैं, लेकिन अब संख्या 5000 के पार पहुंच चुकी है। यानि संक्रमण एक बार फिर फैल रहा है, भले ही उसकी तीव्रता पहले जैसी नहीं हो।
लोग मास्क भूल गए, सावधानी छूट रही
देश में कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में पहले जैसी सतर्कता नहीं रही। मास्क पहनना, हाथ धोना, सार्वजनिक स्थलों पर दूरी बनाए रखना जैसे जरूरी नियम अब लगभग खत्म हो चुके हैं। यही वजह है कि COVID-19 के मामले फिर बढ़ते नजर आ रहे हैं।
भारत में अब तक करोड़ों लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं, लेकिन बूस्टर डोज को लेकर रुझान कमजोर रहा है। कई लोगों ने अब तक तीसरी डोज नहीं ली है। विशेषज्ञों का कहना है कि बूस्टर डोज संक्रमण की गंभीरता को कम कर सकती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय क्या कह रहा है?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में COVID-19 की स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है। अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं और टेस्टिंग में तेजी लाने की योजना पर काम हो रहा है।
कौन सा वैरिएंट है सक्रिय?
हालांकि इस बार कोई नया वैरिएंट सामने नहीं आया है, लेकिन ओमिक्रॉन के उपवैरिएंट्स अब भी सक्रिय हैं। WHO की चेतावनी भी है कि कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, यह समय-समय पर लौट सकता है।
AIIMS और ICMR से जुड़े वरिष्ठ डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। अगर किसी को सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत जांच करानी चाहिए।
कोरोना वायरस भले ही अब पहले जैसा खतरनाक न हो, लेकिन उसकी मौजूदगी खत्म नहीं हुई है। सावधानी ही बचाव है – यही मंत्र हमें फिर से अपनाना होगा। सरकार की अपील है कि लक्षणों को नजरअंदाज न करें, टेस्ट जरूर कराएं और अगर जरूरी हो तो घर में आइसोलेट हो जाएं।
क्या आपको लगता है कि लोग अब लापरवाह हो गए हैं? क्या फिर से मास्क अनिवार्य होना चाहिए? नीचे कमेंट करके अपनी राय जरूर बताएं।
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