Advertisment

Delhi Red Fort Blast 2025 : 'मुस्लिम डॉक्टर्स का आतंकी नेटवर्क' कैसे एक IPS Doctor ने देश को दहलाने से बचाया?

IPS डॉ. जीवी संदीप ने जैश-ए-मोहम्मद के एक छोटे पोस्टर से देश को दहलाने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया। जानें, कैसे श्रीनगर SSP ने व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त कर 2900+ किलो विस्फोटक बरामद किया?

author-image
Ajit Kumar Pandey
Delhi Red Fort Blast 2025 : 'मुस्लिम डॉक्टर्स का आतंकी नेटवर्क' कैसे एक IPS डॉक्टर ने देश को दहलाने से बचाया? | यंग भारत न्यूज

Delhi Red Fort Blast 2025 : 'मुस्लिम डॉक्टर्स का आतंकी नेटवर्क' कैसे एक IPS डॉक्टर ने देश को दहलाने से बचाया? | यंग भारत न्यूज Photograph: (YBN)

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।दिल्ली में लाल किले के पास हुए हालिया धमाके ने देश को झकझोर दिया, लेकिन इससे पहले कि आतंकी अपनी पूरी साजिश को अंजाम दे पाते, एक 'वर्दी वाले डॉक्टर' ने उन्हें रोक दिया। श्रीनगर के एसएसपी, डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती, ने जैश-ए-मोहम्मद के एक छोटे से पोस्टर में छिपा बड़ा खतरा पहचान लिया। उनकी सूझबूझ, खोजी पत्रकारिता जैसी गहरी जांच और 'ऑपरेशन महादेव' ने कश्मीरी डॉक्टरों सहित एक विशाल आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया, जिसमें 2900 किलो से ज़्यादा विस्फोटक और राइफलें बरामद हुईं। 

दिल्ली में हुए धमाके के बाद हर रोज़ नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसियों को पता चला है कि आतंकियों के निशाने पर सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि देश के कई अन्य बड़े शहर भी थे। इन धमाकों को अंजाम देने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश एक अहम गिरफ्तारी के बाद हुआ, जिसने इस नेक्सस में शामिल कश्मीरी डॉक्टर उमर को खौफ में डाल दिया और शायद इसीलिए लाल किले के पास का धमाका हड़बड़ी में किया गया। 

ये डॉक्टर और उनके साथी किसी बड़ी, गहरी और सफेदपोश साजिश का हिस्सा थे। इस पूरे टेरर मॉड्यूल को ध्वस्त करने का श्रेय एक ऐसे पुलिस अधिकारी को जाता है, जिसकी पैनी नजर ने एक छोटी सी धमकी में भी 'विनाश' की आहट सुन ली थी। 

जैश का वह 'मामूली' पोस्टर खतरा जिसे सिर्फ एक डॉक्टर ने पहचाना कहानी शुरू होती है 17 अक्टूबर को, जब जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के नौगाम की सड़कों पर जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य कमांडर हंजला भाई के हस्ताक्षर वाला एक उर्दू पोस्टर लगाया गया। पहली नज़र में, यह एक सामान्य धमकी भरा पोस्टर लग रहा था - कश्मीर में ऐसी चीजें नई नहीं हैं। लेकिन श्रीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक SSP डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती की नजर इस पर पड़ी। अपने अनुभव और खोजी मिज़ाज के कारण, उन्होंने इस 'मामूली' से दिखने वाले पोस्टर में छिपा एक विशाल और आसन्न खतरा तुरंत भांप लिया। 

Advertisment

छोटी सी चिंगारी पोस्टर में एक 'ऑल इज़ वेल' का मैसेज नहीं था, बल्कि एक बड़ा सायरन था। 

एसएसपी का शक: डॉ. संदीप को लगा कि यह सिर्फ एक धमकी नहीं, बल्कि एक कोडवर्ड या सिग्नल है। यहीं से शुरू होता है वह ऑपरेशन, जिसने देश की सुरक्षा की दिशा बदल दी। 

सीसीटीवी और पत्थरबाज़ कैसे खुली आतंकी नेटवर्क की पहली गांठ? 

डॉ. जीवी संदीप ने इस पोस्टर को हल्के में नहीं लिया। उन्होंने तुरंत जैश के इस मैसेज को लेकर जांच शुरू की। उनकी टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और डिजिटल फुटप्रिंट्स की गहराई से जांच की। जांच में तीन ऐसे व्यक्तियों की पहचान हुई, जिनका इतिहास कश्मीर की सड़कों पर पत्थरबाज़ी में शामिल होने का था। यह पहली कड़ी थी जो आगे चलकर जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैले एक व्हाइट कॉलर आतंकी नेटवर्क का खुलासा करने वाली थी। 

Advertisment

एक बड़ा खुलासा: इन पत्थरबाज़ों के पीछे एक बहुत बड़ा, पेशेवर और शिक्षित नेटवर्क काम कर रहा था। डॉक्टर संदीप ने इस नेक्सस को 'ऑपरेशन महादेव' नाम दिया, जिसका लक्ष्य सिर्फ आतंकवादियों को पकड़ना नहीं, बल्कि उनकी 'बुनियाद' को खत्म करना था। 

IPS GV SUNDEEP
IPS GV SUNDEEP Photograph: (Google)

सफेदपोश शैतान: जब पकड़े गए कश्मीरी डॉक्टर और मास्टरमाइंड 

डॉ. संदीप की लीड पर, पुलिस ने सबसे पहले पोस्टर लगाने वाले मौलवी इरफ़ान अहमद को पकड़ा। मौलवी की पूछताछ ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क की पूरी परतें खोल दीं। यह नेटवर्क आम गरीब या अनपढ़ लोगों का नहीं, बल्कि शिक्षित, उच्च पेशेवर लोगों का था। पुलिस ने फरीदाबाद, श्रीनगर और उत्तर प्रदेश में दबिश दी और इस मॉड्यूल में शामिल कई कश्मीरी डॉक्टरों और अन्य पेशेवरों को गिरफ्तार किया गया। 

गिरफ्तार किए गए लोगों में डॉक्टर मुजम्मिल, अदील अहमद और डॉ. शाहीन सईद शामिल थे। इन गिरफ्तारियों से जो सामान बरामद हुआ, उसने पूरे देश की जांच एजेंसियों को हिलाकर रख दिया।

Advertisment
बरामदगी का विवरणमात्राविस्फोटक
बम बनाने की सामग्री2921 किलोग्रामभारी मात्रा में
एके सीरीज़ की राइफलें--


जांच एजेंसियों का मानना है कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक शायद दिल्ली को दहलाने की साजिश से कहीं ज़्यादा, पूरे देश में एक साथ कई जगहों पर बड़े हमलों को अंजाम देने के लिए इकट्ठा किया गया था। 

वर्दी वाला डॉक्टर कौन हैं आईपीएस डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती? 

इस बड़े खतरे को टालने वाले आईपीएस अधिकारी डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती की कहानी खुद में प्रेरणादायक है। वह सिर्फ एक पुलिस अधिकारी नहीं, बल्कि एक डॉक्टर भी हैं। 

पारिवारिक पृष्ठभूमि: डॉ. संदीप का जन्म आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक ऐसे परिवार में हुआ, जो जनसेवा में समर्पित रहा है। उनके पिता भी सरकारी अस्पताल में रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर RMO थे। 

शिक्षा: उन्होंने कुरनूल मेडिकल कॉलेज से चिकित्सा की पढ़ाई स्नातक की। 2010 में डिग्री हासिल करने के बाद, उन्होंने एक डॉक्टर के रूप में सेवा करने की बजाय, देश की सुरक्षा को चुना और 2014 में भारतीय पुलिस सेवा IPS में शामिल हो गए। 

कश्मीर में पोस्टिंग: डॉ. संदीप की जम्मू-कश्मीर में पोस्टिंग हमेशा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण और उच्च जोखिम वाली भूमिकाओं में रही है। 21 अप्रैल 2025 को उन्होंने श्रीनगर के एसएसपी का पदभार संभाला। 

आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनकी विशेषज्ञता के कारण, कश्मीर में उन्हें आतंकियों के लिए 'काल' कहा जाता है। अनंतनाग, कुपवाड़ा और कुलगाम में उनके नेतृत्व ने कई आतंकवादी खतरों को बेअसर किया है। 

Delhi Red Fort Blast 2025 : 'मुस्लिम डॉक्टर्स का आतंकी नेटवर्क' कैसे एक IPS डॉक्टर ने देश को दहलाने से बचाया? | यंग भारत न्यूज
Delhi Red Fort Blast 2025 : 'मुस्लिम डॉक्टर्स का आतंकी नेटवर्क' कैसे एक IPS डॉक्टर ने देश को दहलाने से बचाया? | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

छोटी धमकी में बड़ा मैसेज: यही है संदीप चक्रवर्ती की थ्योरी 

डॉ. जीवी संदीप की सफलता का राज उनकी एक ही थ्योरी है "छोटी धमकी में भी बड़ा मैसेज छिपा होता है।" जब उन्होंने फरीदाबाद में आम नागरिक बनकर आतंकियों को गिरफ्तार किया, तो वह उनकी असाधारण सूझबूझ का परिणाम था। 

व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल: शिक्षित पेशेवरों का आतंकी समूह का पर्दाफाश करना दिखाता है कि वह सिर्फ बंदूकों से लड़ने वाले आतंकवादियों पर नहीं, बल्कि उनके दिमाग और नेक्सस पर भी वार करते हैं। 

दिल्ली में हुए धमाके के बाद जांच एजेंसियां ​​जैसे-जैसे इस मामले की कड़ियों को जोड़ रही हैं, यह साफ होता जा रहा है कि आईपीएस अधिकारी जीवी संदीप की एक छोटी सी जांच ने न सिर्फ कई जानें बचाईं, बल्कि जैश के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय साजिश को भी जड़ से उखाड़ फेंका। 

साहस के सम्मान: उन्हें मिले अवॉर्ड्स डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती को आतंकवाद रोधी अभियानों में उनके असाधारण साहस के लिए कई बार सम्मानित किया जा चुका है। 

दिल्ली में हुआ धमाका: यह एक संकेत था कि आतंकी कितना भी बचने की कोशिश करे, लेकिन देश की सुरक्षा में तैनात ऐसे 'वर्दी वाले डॉक्टरों' के सामने उनकी हर चाल नाकाम है। 

Srinagar Terror Plot | IPS Dr GV Sandeep | White Collar Terrorism | Kashmir Security Alert | Delhi Red Fort Blast 2025 | IPS Dr. GV Sandeep Chakraborty | Muslim doctors terrorist network 

Muslim doctors terrorist network IPS Dr. GV Sandeep Chakraborty Delhi Red Fort Blast 2025 Kashmir Security Alert White Collar Terrorism IPS Dr GV Sandeep Srinagar Terror Plot
Advertisment
Advertisment