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फाइल फोटो
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के सेटेलाइट शहरों नोएडा, गाजियाबाद में चल रही सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने ठंड की दस्तक का अहसास कराया तथा अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री नीचे गिरने के कारण हाल के वर्षों में अक्टूबर का यह सबसे ठंडा दिन बन गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली के सफदरजंग स्थित प्राथमिक मौसम केंद्र में अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से आठ डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से कुछ डिग्री कम है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड का असर बढ़ने लगा है।
कई स्थानों पर पारा 20 डिसे से नीचे गिरा
मौसम विभाग की वेबसाइट के अनुसार, कई मौसम केंद्रों पर तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। सबसे कम तापमान उत्तरी दिल्ली के रिज पर 17.6 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि पालम में 18.4 डिग्री दर्ज किया गया। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, "पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कम होने के कारण आसमान साफ ​​होने की संभावना है, जिससे दिन थोड़े गर्म हो जाएंगे। लेकिन उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं और साफ आसमान रात में ठंडक बनाए रखेंगे।"
पहाड़ों से बहने लगीं ठंडी हवाएं
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि पहाड़ों से ठंडी हवाएं बह रही हैं, जहां हाल में पश्चिमी विक्षोभ के दौरान ताजा बर्फबारी हुई थी। पलावत ने कहा, "बृहस्पतिवार तक दिल्ली का अधिकतम तापमान दो-तीन डिग्री बढ़ सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है। सप्ताहांत तक रात में ठंडा मौसम बरकरार रहने की उम्मीद है।" आईएमडी ने बृहस्पतिवार तक न्यूनतम तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने और सप्ताहांत तक 20 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान जताया है, जबकि रविवार तक अधिकतम तापमान धीरे-धीरे बढ़कर 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचने की संभावना है।
हवाओं से शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार
इस बीच, हाल ही में हुई बारिश और उसके बाद चली हवाओं से शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है, जिससे यह लगातार दूसरे दिन 'संतोषजनक' श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 81 दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले यह 73 था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को "अच्छा", 51 से 100 के बीच को "संतोषजनक", 101 से 200 के बीच को "मध्यम", 201 से 300 के बीच को "खराब", 301 से 400 के बीच को "बहुत खराब" और 401 से 500 के बीच को "गंभीर" माना जाता है।