नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नेता ने तीखा हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है और झूठ और फरेब की राजनीति करने का आरोप भी लगाया।
शहज़ादे को अपने ही परिवार का इतिहास पता नहीं
धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर लिखा -"राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी आज देश में झूठ और फरेब की सबसे बड़ी ब्रांड एंबेसडर बन चुकी है। SC, ST और OBC को कांग्रेस के शाही परिवार ने हमेशा छला है, मगर शहज़ादे को अपने ही परिवार का वंचित और दलित विरोधी इतिहास पता नहीं है। इसीलिए आए दिन कांग्रेस आयातित टूलकिट के आधार पर शहज़ादे के लिए झूठ से भरी पोटली लेकर हाजिर हो जाती है।" लंबे समय तक शासन करने के बाद भी कांग्रेस ने दलित, पिछड़ों और शोषितों को उनके अधिकारों से वंचित रखा।
क्या हैं पूरा मामला
दरअसल, मंगलवार 27 मई को राहुल गांधी दिल्ली यूनिवर्सिटी पहुंचे जहां उन्होंने DUSU के छात्रों से बात की। राहुल गांधी ने इस दौरान छात्रों से ‘Not Found Suitable’ टर्म पर चर्चा की। इस टर्म को उन्होंने नया मनुवाद बताया। राहुल गांधी ने ‘Not Found Suitable’ को संविधान पर हमला बताया और कहा कि SC/ST/OBC के योग्य उम्मीदवारों को जानबूझकर ‘अयोग्य’ ठहराया जा रहा है - ताकि वे शिक्षा और नेतृत्व से दूर रहें। मोदी पर राहुल गांधी ने हमला करते हुए कहा कि शिक्षा बराबरी के लिए सबसे बड़ा हथियार है। लेकिन मोदी सरकार उस हथियार को कुंद करने में जुटी है।दिल्ली यूनिवर्सिटी में 60% से ज़्यादा प्रोफ़ेसर और 30% से ज़्यादा एसोसिएट प्रोफ़ेसर के आरक्षित पदों को NFS बताकर खाली रखा गया है। यह कोई अपवाद नहीं है - IITs, Central Universities, हर जगह यही साज़िश चल रही है।
धर्मेंद्र प्रधान पेश किए आंकड़े, दिया करारा जबाव
2014 में जब UPA की सरकार गई, उस दौरान केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 57% SC, 63% ST और 60% OBC वर्ग के शिक्षकों के पद रिक्त थे। जिसे प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार ने सत्ता में आने के साथ ही भरने का काम किया है। साथ ही 2014 में शिक्षकों के 16,217 पदों को बढ़ाकर 18,940 करने का काम भी मोदी सरकार ने ही किया है। 2014 में रिक्त पदों की संख्या जो 37% थी वह आज 25.95% है और माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार में आज भी इन रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया निरंतर जारी है।
कांग्रेस के 2004-14 के कार्यकाल में जहां IITs में सिर्फ 83 SC, 14 ST और 166 OBC faculty थी, तो वहीं NITs में केवल 261 SC, 72 ST और 334 नियुक्तियां हुईं। वहीं मोदी सरकार के कार्यकाल 2014-24 के दौरान IITs में 398 SC, 99 ST और 746 OBC तथा NITs में 929 SC, 265 ST और 1510 OBC शिक्षक नियुक्त हुए हैं।मोदी जी की ही सरकार ने Assistant Professor के लिए PHD की अनिवार्यता खत्म की।