बेंगलुरु, कर्नाटक, वाईबीएन डेस्क: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कर्नाटक के बेंगलुरु ग्रामीण जिले का दौरा किया, जहां उन्होंने विकसित कृषि संकल्प अभियान" के अंतर्गत ड्रैगन फ्रूट (कमलम) की खेती का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों से बातचीत करते हुए इस फल की खेती को जैविक, लाभदायक और स्वास्थ्यवर्धक बताया।
रासायनिक खाद की जरूरत नहीं
शिवराज सिंह ने कहा किड्रैगन फ्रूट कैक्टस फैमिली में आता है और इसकी एक खासियत यह है कि इसे उगाने के लिए रासायनिक खाद की जरूरत नहीं पड़ती। केवल गोबर की खाद से ही इसकी खेती सफल हो जाती है। यह पूरी तरह जैविक है, बीमारियां भी कम लगती हैं और लागत भी घटती है।
ड्रैगन फ्रूट की खेती कम खर्च में अधिक मुनाफा
उन्होंने कहा कि ड्रैगन फ्रूट की खेती कम खर्च में अधिक मुनाफा देने वाली है और किसानों को परंपरागत फसलों से हटकर कृषि विविधीकरण की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा, "विकसित भारत के लिए विकसित कृषि और समृद्ध किसान जरूरी है। और यह तभी होगा जब हम ऐसी आधुनिक और लाभकारी फसलों को अपनाएंगे। कृषि मंत्री ने किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सरकार ऐसे प्रयासों को नीतिगत समर्थन और प्रशिक्षण के ज़रिए आगे बढ़ाएगी, ताकि किसान जैविक खेती के जरिए आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें।