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बेंगलुरु से गोवा तक ED का शिकंजा, विधायक और सहयोगियों पर जांच तेज़ | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । आज शुक्रवार 22 अगस्त 2025 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बेंगलुरु में स्थित एक विधायक और अन्य लोगों के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया है। यह कार्रवाई अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी के मामलों से जुड़ी है। इस मामले में चित्रादुर्गा के विधायक केसी वीरेंद्र और अन्य लोग शामिल हैं। इस तलाशी अभियान के तहत चित्रादुर्गा, बेंगलुरु, जोधपुर, हुबली, मुंबई और गोवा समेत 30 से अधिक स्थानों पर छापे मारे गए हैं।
इस छापे में गोवा के पांच कसीनो शामिल हैं।
- पप्पीज कसीनो गोल्ड (Puppy’s Casino Gold)
- ओशन रिवर कसीनो (Ocean Rivers Casino)
- पप्पीज कसीनो प्राइड (Puppy’s Casino Pride)
- ओशन 7 कसीनो (Ocean 7 Casino)
- बिग डैडी कसीनो (Big Daddy Casino)
ईडी ने इस मामले में किंग567, राजा567, पप्पीज003 और रत्ना गेमिंग जैसे कई ऑनलाइन सट्टेबाजी साइटों के संचालन का खुलासा किया है। यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई है। इस तलाशी अभियान के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल डेटा बरामद किए गए हैं।
Enforcement Directorate's Bengaluru zonal office is conducting a searches in the case of MLA Chitradurga, KC Veerendra and others at 30 locations across Chitradurga district (six premises), Bangalore City (10 premises), Jodhpur (three premises), Hubli (one premise) Mumbai (two…
— ANI (@ANI) August 22, 2025
छापेमारी की बड़ी वजह: ऑनलाइन सट्टेबाजी का जाल
ईडी की इस बड़ी कार्रवाई के पीछे ऑनलाइन सट्टेबाजी का एक बड़ा नेटवर्क है। ये वेबसाइटें अवैध रूप से काम कर रही थीं और इनसे करोड़ों रुपये का लेन-देन हो रहा था। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि यह एक संगठित अपराध है, जिसमें कई बड़े लोग शामिल हैं। इन छापों में जब्त की गई सामग्री से पता चलता है कि यह नेटवर्क देश के कई हिस्सों में फैला हुआ था और इसके तार विदेशों से भी जुड़े हो सकते हैं।
क्या है PMLA और क्यों हुई कार्रवाई?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भारत में आर्थिक अपराधों से लड़ने वाली एक प्रमुख एजेंसी है। यह मुख्य रूप से धनशोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत काम करती है। यह अधिनियम अवैध तरीके से कमाए गए धन को वैध बनाने के अपराधों पर अंकुश लगाता है। इस मामले में, विधायक और उनके सहयोगियों पर अवैध सट्टेबाजी से प्राप्त धन को सफेद करने का आरोप है।
इस तरह की कार्रवाई से यह साफ हो जाता है कि सरकार अवैध गतिविधियों पर सख्त है और किसी भी बड़े व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा। यह छापेमारी ब्लैक मनी के खिलाफ सरकार की लड़ाई का एक और उदाहरण है।
अवैध सट्टेबाजी का बढ़ता खतरा
ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ भारत में तेजी से बढ़ रहा है। यह युवाओं को आकर्षित कर रहा है और कई लोग इसमें अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं।
यह सिर्फ आर्थिक नुकसान ही नहीं, बल्कि सामाजिक और मानसिक समस्याएं भी पैदा कर रहा है। सरकार और एजेंसियां इस खतरे को रोकने के लिए लगातार काम कर रही हैं।
ईडी की यह कार्रवाई उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल हैं। यह दिखाता है कि कानून की नजर से बचना मुश्किल है और देर-सवेर सभी दोषियों को सजा मिलेगी।
आने वाले समय में और भी खुलासे होने की उम्मीद है। ईडी के अधिकारी इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
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