नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों (North East) में भारी बारिश ने भारी तबाही मचा दी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों में हालात बेहद खराब हैं और लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं। खरगे ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा (BJP) असली विकास के मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाकर भावनात्मक और धार्मिक मसलों में उलझाती है।
पूर्वोत्तर बाढ़ और भूस्खलन की मार झेल रहा
मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "पूर्वोत्तर में विनाशकारी बाढ़, भूस्खलन और भारी बारिश की मार झेलनी पड़ रही है। असम, अरुणाचल, मणिपुर, सिक्किम और मेघालय सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों में से हैं, जहां कई लोगों की जान चली गई है और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।" खरगे ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि लोगों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
असम के साथ विश्वासघात किया
खरगे ने आगे लिखा, "2016 में, भाजपा ने असम को 'बाढ़ मुक्त' बनाने का वादा किया था। 2022 में गृह मंत्री अमित शाह ने इस वादे को दोहराया। तथाकथित 'स्मार्ट सिटी' गुवाहाटी के दृश्यों को देखकर, किसी को भी याद आ जाता है कि कैसे मोदी जी और उनकी डबल इंजन सरकारों ने असम के साथ विश्वासघात किया है।
मोदी सरकार को घेरा
खरगे ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा असली विकास के मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाकर भावनात्मक और धार्मिक मसलों में उलझाती है, और यही उसकी राजनीति की पहचान बन चुकी है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि असम और बाकी पूर्वोत्तर राज्यों को बाढ़ से निपटने के लिए पर्याप्त फंड दिए जाएं। मोदी सरकार पर हमला करते हुए खरगे ने लिखा कि शायद मोदी जी बिना सार्वजनिक ऑडिट के पीएम केयर्स फंड के करोड़ों रुपये खोल सकते हैं।
राहुल गांधी ने भी जताया दुख
इस बीच राहुल गांधी ने भी भारी बारिश और बाढ़ से हो रही तबाही पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी समेत कई इलाकों में जनजीवन ठप हो गया है। उन्होंने सरकार से राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने की अपील की और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि वे हर जरूरतमंद की मदद के लिए आगे आएं। mallikarjun kharge | Flooding 2025 | Heavy Rainfall | Political News