नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
foreign relations india news : देशी धनकुबेरों को विदेशी धरती की लक्जरी सुविधाएं और चकाचौंध अब मनभाने लगी है। वहां का खुलापन, आलीशान आरामदायक और उन्नत सुविधाएं अपनी ओर खींच रही हैं। कई देशों की तमाम ऐसी सुविधाएं अमीरों को आकर्षित भी कर रही हैं। साथ ही कारोबार की सुविधाओं के शिक्षा बेहतरीन शिक्षा का माहौल भी उन्हें अपनी ओर खींच रहा है।
इस बात का खुलासा कोटक प्राइवेट ने मीडिया में जारी अपने एक रिपोर्ट में किया है। आइए देखते हैं पूरी रिपोर्ट:
जी हां! भारत के लगभग 22 प्रतिशत अमीर लोग विदेश में बसने का सपना देख रहे हैं। हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। इन अमीरों को विदेश की चकाचौंध और वहां मिलने वाली सुविधाएं खूब लुभा रही हैं।
विदेश में कारोबार करना आसान
कोटक प्राइवेट द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में लगभग 150 धनी भारतीयों ने भाग लिया। इनमें से 22 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे विदेश में कारोबार के आसान माहौल के कारण वहां बसना चाहते हैं। कोटक महिंद्रा बैंक की अध्यक्ष गौतमी गंवाकर का कहना है कि हालांकि भारतीय अमीर विदेश जाना चाहते हैं, लेकिन वे अपना सारा पैसा देश से बाहर नहीं ले जा सकते, क्योंकि इसके लिए कुछ नियम और शर्तें हैं।
भारतीय अमीरों के ये 5 देश हैं पसंदीदा
विदेश में बसने की इच्छा रखने वाले भारतीय अमीरों के पसंदीदा देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और कनाडा हैं। यूएई सरकार द्वारा शुरू किया गया गोल्डन वीजा प्रोग्राम भारतीय अरबपतियों को खूब आकर्षित कर रहा है। यूएई में रहना न केवल आसान है, बल्कि वहां के टैक्स नियम भी भारत की तुलना में अधिक लचीले हैं।
विदेश जाने के कारण
- बेहतर जीवन स्तर: विदेशों में उच्च स्तरीय जीवन सुविधाओं की उपलब्धता।
- स्वास्थ्य सेवाएं: उन्नत स्वास्थ्य सुविधाओं तक आसान पहुंच।
- शिक्षा: बच्चों के लिए उच्च शिक्षा के बेहतरीन अवसर।
- कारोबार में आसानी: विदेशों में कारोबार के लिए अनुकूल माहौल।
- आर्थिक स्थिरता और निवेश के बेहतर अवसर।
इस सर्वेक्षण से पता चलता है कि भारत के कुछ अमीर लोग विदेश में बेहतर जीवन और कारोबार के अवसरों की तलाश में हैं।