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Farewell में जस्टिस ने निकाली टीस, बोले- चंद्रचूड़ ने किया था परेशान, भुगतेंगे

जस्टिस रमना को तत्कालीन सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर 2023 में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में तब्दील कर दिया गया था।

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Shailendra Gautam
Supreme Court

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस के दिल में टीस तो लंबे समय से थी लेकिन निकली तब जब वो रिटायरमेंट के बाद अपनी फेयरवेल पार्टी में स्पीच दे रहे थे। जस्टिस डीवी रमना ने अपने तबादले का जिक्र करके कहा कि वो चाहते थे कर्नाटक जाना। लेकिन भेज दिया गया मध्य प्रदेश। तत्कालीन सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ से उन्होंने दरखास्त की थी पर वो नहीं माने। जस्टिस यहीं पर नहीं रुके। वो बोले कि भगवान है सब कुछ देख रहा है, वो सबका हिसाब करेगा।

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बोले- बिना किसी कारण से किया गया था ट्रांसफर

जस्टिस डीवी रमना ने मंगलवार को कहा कि उन्हें परेशान करने के इरादे से 2023 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट से मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में स्थानांतरित किया गया था। अपने विदाई भाषण में जस्टिस  रमना ने कहा कि उन्हें बिना किसी कारण के स्थानांतरित कर दिया गया और उनकी अपील पर कॉलेजियम ने विचार नहीं किया। उनका कहना था कि उन्होंने कर्नाटक में स्थानांतरण मांगा था, ताकि वह अपनी पत्नी की देखभाल कर सकें, जो एक गंभीर न्यूरो डिसआर्डर से पीड़ित थीं।


कहा- जिन लोगों ने परेशान किया वो उठाएंगे कष्ट

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जस्टिस ने कहा कि मुझसे विकल्प पूछे गए। मैंने कर्नाटक को चुना, ताकि मेरी पत्नी को NIMHANS में बेहतर इलाज मिल सके। लेकिन कॉलेजियम ने इस पर विचार नहीं किया। मैंने 1 नवंबर 2023 को मध्य प्रदेश में चार्ज लिया फिर उन्होंने पत्नी के उपचार के आधार पर 19 जुलाई 2024 और 28 अगस्त को दरखास्त भेजी। लेकिन अपील पर न तो विचार किया गया और न ही उसे खारिज किया गया। उनका कहना था कि उनके जैसे जज सकारात्मक बर्ताव की अपेक्षा रखते हैं। वो निराश और बहुत दुखी थे। उन्होंने कहा कि मेरा तबादला गलत इरादे से मुझे परेशान करने के लिए किया गया लगता है। मुझे मेरे गृह राज्य से हटाया गया था। जो इसके पीछे थे अब वे सेवानिवृत्त हो चुके हैं। भगवान न तो माफ करता है, न ही भूलता है। उन्हें अन्य तरीकों से भी कष्ट उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि तबादला करने वालों को लगता था कि इससे मुझे झटका लगेगा पर ऐसा नहीं हुआ। मैंने इसके विपरीत किया। मैंने दोनों राज्यों आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में बेहतरीन काम किया है। मुझे अमरावती, कृष्णा, गोदावरी और नर्मदा की भूमि पर सेवा करने का अवसर मिला। मैंने वास्तव में न्याय किया है। मैं इन अवसरों के लिए धन्य हूं।


पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ पर साथा था रमना ने निशाना


जस्टिस रमना को 2022 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। तत्कालीन सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस संजय किशन कौल, संजीव खन्ना, बीआर गवई और सूर्यकांत वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर उन्हें 2023 में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में तब्दील कर दिया गया था। कॉलेजियम ने जस्टिस रमना के कर्नाटक स्थानांतरण के अनुरोध को यह कहते हुए खारिज कर दिया था उनकी दरखास्त में कोई सही वजह नहीं दिखती है।

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