नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: भारत की अर्थव्यवस्था में लगातार मजबूती के संकेत मिल रहे हैं। एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 7% की वृद्धि दर्ज हो सकती है। वहीं, पूरे चालू वित्त वर्ष 2024-25 में GDP ग्रोथ रेट 6.3% पर स्थिर रहने की उम्मीद जताई गई है।
भारतीय अर्थव्यवस्था लचीलापन दिखा रही
रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू मांग में सुधार, सरकारी पूंजी खर्च में वृद्धि और निजी निवेश में तेजी जैसे कारकों ने आर्थिक विकास को मजबूती दी है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर धीमी मांग और भूराजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण निर्यात क्षेत्र में कुछ दबाव बना रह सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि चौथी तिमाही में 7% की ग्रोथ इस बात का संकेत है कि भारतीय अर्थव्यवस्था लचीलापन दिखा रही है और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद स्थिर गति से आगे बढ़ रही है। सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए आर्थिक सुधारों और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण की कोशिशों को भी इस ग्रोथ का श्रेय दिया जा रहा है। आगामी महीनों में मॉनसून और वैश्विक बाजारों की स्थिति भी अर्थव्यवस्था की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगी।
मुख्य बिंदु
- वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP में 7% की संभावित वृद्धि
- पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में ग्रोथ रेट 6.3% पर स्थिर रहने का अनुमान
- आर्थिक सुधारों, सरकारी निवेश और मांग में सुधार ने दी रफ्तार
- वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत