/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/29/defense-secretary-rk-singh-2025-06-29-11-33-45.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | आतंकवाद से निपटने में देश के ‘न्यू नॉर्मल’को रेखांकित करते हुए रक्षा सचिव आर के सिंह ने शनिवार, 28 जून को एक कार्यक्रम के दौरान स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद के प्रति 'सहनशीलता की नीति' को अलविदा कह चुका है। उन्होंने कहा कि अब आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और समय तथा स्थान का चुनाव भारत खुद करेगा।
आतंकवाद पाकिस्तान की राज्य नीति का हिस्सा
एक कार्यक्रम 'द डिफेंस एडिशन' में बोलते हुए सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को अपनी "संपत्ति" मानता है। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मारे गए आतंकियों के जनाज़ों में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी मौजूद थे, जो यह साबित करता है कि सीमा पार आतंकवाद पाकिस्तान की राज्य नीति का हिस्सा है।
रक्षा सचिव ने यह भी खुलासा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य टकराव के दौरान नौ मई को पाकिस्तान ने अचानक डीजीएमओ स्तर की बातचीत की मांग की, जबकि पहले वह इससे इनकार कर रहा था। यह उनके आत्मसमर्पण जैसा था और 10 मई को संघर्षविराम की घोषणा हो गई।
पीओके के आतंकी ठिकानों को टारगेट किया
उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 6 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इस दौरान पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया। जवाब में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैन्य और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया, जिसके बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए नूर खान और रहीम यार खान जैसे सैन्य ठिकानों पर हमला किया। रक्षा सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने यह तय कर लिया है कि अब आतंकवादी न तो हमला करने का समय तय करेंगे और न ही स्थान। सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “परमाणु हथियारों की धमकी अब हमें नहीं रोक पाएगी।”