/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/03/usRMIrRVysa5ZxHFAai3.jpg)
नई दिल्ली वाईबीएन डेस्क ।भारत में रिकॉर्ड 9.66 मिलियन विदेशी पर्यटक पहुंचे। इन पर्यटकों ने देश को 2.7 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा दी। पीएम मोदी की 'डिजिटल इंडिया से इनक्रेडिबल इंडिया' नीति का दिखा असर। पर्यटन मंत्रालय का दावा- 2025 तक ये आंकड़ा 3 लाख करोड़ पार कर जाएगा। इससे रोजगार, स्थानीय व्यवसाय और ग्लोबल छवि को मिला जबरदस्त बूस्ट।
भारत में 2025 के दौरान कुल 9.66 मिलियन विदेशी पर्यटक आए, जिनसे देश को 2.7 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा आय हुई। मोदी सरकार की नीतियों, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और सांस्कृतिक प्रचार की बदौलत भारत पर्यटन हॉटस्पॉट बनकर उभरा है।
🚨 BREAKING NEWS
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) June 3, 2025
🇮🇳 India records 9.66 million foreign tourists, earning ₹2.7 lakh crore in foreign exchange. pic.twitter.com/mrfGh3TOrL
भारत बना ग्लोबल टूरिज्म का नया सेंटर
भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उसकी विविधता, संस्कृति और आतिथ्य विदेशी पर्यटकों के दिलों को छू लेती है। 2025 में आए 9.66 मिलियन विदेशी सैलानी सिर्फ ऐतिहासिक धरोहर देखने नहीं, बल्कि भारत के जीवन-जीने के अंदाज़ से सीखने आए।
विदेशी मुद्रा कमाई में ऐतिहासिक उछाल
पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2.7 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा आय देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रही है। इससे न सिर्फ सरकार के खजाने में इज़ाफा हुआ, बल्कि स्थानीय रोजगार और छोटे व्यापारों को भी नई रफ्तार मिली।
- सरकार की योजनाओं का असर
- 'डिजिटल इंडिया' से आसान हुई वीज़ा प्रक्रिया
'इनक्रेडिबल इंडिया' कैंपेन ने भारत को पेश किया नए अंदाज़ में
- 'देखो अपना देश' से देशी टूरिज्म को भी बूस्ट
- सांस्कृतिक इवेंट्स और योग-ध्यान से बढ़ी रुचि
सरकार की ओर से किए गए प्रोत्साहन कार्यक्रमों और सुरक्षा मानकों में सुधार ने भी विदेशी पर्यटकों का भरोसा बढ़ाया।
कहां से आए सबसे ज़्यादा पर्यटक?
- अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी जैसे देशों से भारी संख्या में सैलानी भारत पहुंचे।
- इनमें से ज़्यादातर ने राजस्थान, केरल, वाराणसी, दिल्ली, गोवा और लद्दाख को प्राथमिकता दी।
- आयुर्वेद, योग और भारतीय खानपान भी बड़ा आकर्षण बने।
पर्यटन क्षेत्र में आगे क्या?
मंत्रालय का दावा है कि 2025 तक यह कमाई ₹3 लाख करोड़ रुपये पार कर सकती है। इसके लिए अगले कदम:
- स्मार्ट टूरिज्म ऐप्स और पोर्टल्स
- ई-विज़ा की प्रक्रिया और आसान बनाना
- ट्रांसपोर्ट और होटल सेक्टर में निजी निवेश
- ग्रामीण और हेरिटेज टूरिज्म को प्राथमिकता
- पर्यटन से बदली भारत की वैश्विक छवि
अब भारत सिर्फ एक "पुरानी सभ्यता" नहीं, बल्कि मॉडर्न और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राष्ट्र के रूप में पहचाना जा रहा है। G20 समिट, योग दिवस जैसे आयोजनों ने इस छवि को और निखारा है।
आपका क्या कहना है?
क्या भारत को अब टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन की रैंकिंग मिलनी चाहिए? क्या आप इससे सहमत हैं? नीचे कमेंट करके अपनी राय ज़रूर दें।
Tourists | India |