नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच सीमा पर सुरक्षा मुद्दों को लेकर करीब 40 मिनट तक चली महत्वपूर्ण संपन्न हो गई। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद यह दोनों के बीच पहली बैठक हुई है। इसमें पाकिस्तान के साथ उत्पन्न ताजा हालातों पर लंबी चर्चा की। सूत्रों कहना है कि बैठक में रणनीति भारत सरकार और सेना जल्द ही हमले के गुनहगारों को सबक सिखाने के लिए एक बड़ी कार्रवाई करने जा रही है ।
खुद पीएम मोदी , गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इसके बारे में बयान दे चुके हैं। इसी क्रम में अटकलों का बाजार फिर से गरम हो गया है । असल में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार सुबह आर्मी चीफ के साथ बैठक करने के बाद पीएम मोदी के साथ एक बैठक करने उनके पास गए हैं । सरकार और सेना में जारी गतिविधियों के बाद इस बात की संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही पाकिस्तान पोषित आतंकियों और पीओके पर आतंकियों के अड्डों पर बड़ी कार्रवाई के लिए रणनीति अंतिम चरण में पहुंच गई है । कभी भी भारतीय सेना (indian army) एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकती है ।
पीएम मोदी के साथ रक्षामंत्री ने की 40 मिनट बैठक
पहलगाम हमले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के देश को दिए आश्वासन के बाद पीएम मोदी , रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence minister rajnath singh) और गृहमंत्री अमित शाह की हर गतिविधी पर नजरें हैं । इसी क्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सुबह आमी चीफ के साथ एक बैठक की , जिसकी जानकारी देने के लिए बाद में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे । दोनों के बीच करीब 40 मिनट तक मंथन बैठक हुई । बताया जा रहा है कि सेना की स्थिति और रणनीति को लेकर पीएम मोदी को जानकारी दी गई है ।
मन की बात कार्यक्रम में भी पलटवार का जिक्र
विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में भी पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का जिक्र किया था । हालांकि हमले के बाद से ही सेना सक्रिय होकर घाटी में आतंकियों और उनके पनाहगारों के खिलाफ शिकंजा कसने का अभियान चलाए हुए हैं । पिछले 3 दिनों में घाटी से करीब 1500 लोगों को हिरासत में लिया गया है । वहीं कुछ लोगों को नजरबंद किए जाने की भी खबर है ।
जंगल में आतंकियों की तलाश जारी
इस सबसे इतर , खबर है कि पहलगाम हमले के दोषी आतंकियों की दो बार लोकेशन का पता चलने के बाद कार्रवाई के लिए सेना ने एक्शन लिया , लेकिन लोकेशन बदल जाने के चलते अभी तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है । खबर है कि जंगल में सर्च ऑपरेशन जारी है ।