नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । आज शुक्रवार 13 जून 2025 की सुबह इजरायल की ओर से ईरानी सैन्य और परमाणु ठिकानों पर अचानक मिसाइल अटैक करने के बाद पूरे क्षेत्र का हवाई क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। इस अचानक हमले का असर तुरंत दिखा — कई देशों की प्रमुख एयरलाइंस ने रूट बदल दिए, उड़ानें रद्द कीं, और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी गईं हैं।
आपको बता दें कि इजरायल ने "Rising Lion" ऑपरेशन के नाम से यह हमला किया, जिसका उद्देश्य ईरान के परमाणु और मिसाइल ढांचे को ठोस क्षति पहुंचाना बताया गया। इज़रायली रक्षा मंत्रालय ने एयरस्पेस बंद कर दिया, जिससे बीन ग्यूरियन एयरपोर्ट भी बंद हो गया। इसके साथ ही ईरान ने भी अपने एयरस्पेस को पूरी तरीके से बंद कर दिया है।
- कई एयरलाइंस ने तत्काल फ्लाइट रूट बदलना शुरू किया।
- फ्लाइट रूट बदलने की वजह से उड़ानों में देरी और कनेक्शन समस्याएं आईं।
- एयर स्पेस क्लोजर के चलते यात्रियों को तुरंत सचेत होना पड़ा।
- एयर इंडिया, एमिरेट्स और लुफ्थांसा जैसी कंपनियों ने फ्लाइट रूट बदलना और रद्द उपयोग के विकल्प अपनाए।
- सुरक्षा की दृष्टि से एयर स्पेस क्लोजर का असर व्यापक रहा।
एयर इंडिया ने भी जारी की यात्रा एडवाइजरी
भारत में एयर इंडिया ने भी इस तनावपूर्ण वातावरण को देखते हुए यूएस, यूके और कनाडा की फ्लाइट्स पर यात्रा सलाह जारी की। कुल 16 टिकटों वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुईं, जो या तो वापस लौट आईं, रूट बदलीं या रद्द हो गईं।
ग्लोबल एयर ट्रैफ़िक पर प्रभाव
फ़्लाइट ट्रैफ़िक डेटा से पता चला कि कई एयरलाइंस — जैसे एमिरेट्स, लुफ्थांसा, फ्लाएदुबई, एयर इंडिया — को मध्य एशिया, सऊदी अरब जैसे अल्टरनेट रूट्स लेना पड़े । फ्लाइट ट्रैकर Flightradar24 के अनुसार, इस क्षेत्र में अत्यधिक सावधानी बरती गई, कई रूट होल्ड या बदल दिए गए।
एविएशन कंसल्टेंसी ओस्प्रे फ्लाइट सॉल्यूशंस ने कहा कि बढ़ते संघर्ष‑क्षेत्रों के बीच फ्लाइट रूट बदलना ज़रूरी हो गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि पिछले हादसों (जैसे MH17 और PS752) को ध्यान में रखते हुए एयरलाइंस को और सतर्क रहना चाहिए ।
यूएस ने स्पष्ट किया कि इन हमलों में उसकी सीधे कोई भागीदारी नहीं थी, लेकिन उसने यात्रियों को सचेत किया कि अमेरिकी हितों को निशाना बनाने का खतरा बना हुआ है।
- ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन समेत कई देशों ने क्षेत्र की तनातनी को लेकर चिंता जताई और नागरिकों को यात्रा सलाह जारी की।
- इजरायल की यह कार्रवाई "Rising Lion" ऑपरेशन के नाम से जानी जाती है।
- प्रमुख लक्ष्यों में इजरान के न्यूक्लियर साइट्स, बैलिस्टिक मिसाइल फैक्ट्रियां, और IRGC कमांडर शामिल थे।
- इस हमले के कुछ घंटों बाद तेल की कीमतों में तेज उछाल देखा गया, जिससे ग्लोबल मार्केट अस्थिर हो गया।
आज जब फ्लाइट रूट बदलना और एयर स्पेस क्लोजर जैसे शब्द चर्चा में छाए हैं, ये साफ़ संकेत हैं कि क्षेत्रीय तनाव का असर हमलों से कहीं आगे यात्रा और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी तक पहुंचा है। इसे सिर्फ राजनीतिक टकराव नहीं, बल्कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का मुद्दा भी समझें।
क्या आप भी इन बदलावों से बचें और समय पर अपनी फ्लाइट अपडेट देखते हैं? क्या आप इससे सहमत हैं? कमेंट करें।
Israel | iran | Air India |