नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैलने के बाद महाराष्ट्र के जलगांव में कई यात्री चेन खींचकर ट्रेन से कूद गए। इनमें से कई यात्री दूसरी पटरी पर आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। अब रेलवे अधिकारियों ने इस हादसे की वजह का खुलासा किया है।
अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, दोनों ट्रेनों के ड्राइवरों ने नियमों का पालन किया था। उन्होंने दुर्घटना को रोकने के लिए हर संभव प्रयास भी किया। सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पुष्पक एक्सप्रेस के ड्राइवर ने नियमों के अनुसार टक्कर के स्थान पर फ्लैशर लाइट चालू की थी। उन्होंने दावा किया कि जब कर्नाटक एक्सप्रेस के ड्राइवर ने पुष्पक एक्सप्रेस के फ्लैशर लाइट सिग्नल को देखा, तो उसने ब्रेक मारा। हालांकि, घुमावदार ट्रैक की वजह से कर्नाटक एक्सप्रेस की दृश्यता और रुकने की दूरी प्रभावित हुई।
आपको बता दें कि रेलवे की ओर से हादसे में मृतकों की संख्या का आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रेय कराले ने बताया कि घटनास्थल से 12 शवों को सिविल अस्पताल भेजा गया है जबकि छह से सात लोग घायल हैं। घायलों में किसी की हालत गंभीर नहीं है और उनका नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घटना के बाद वीडियो वायरल हो गया।
इस त्रासदी के बाद, एक वीडियो में कई कटे हुए शरीर के अंग और शव रेल की पटरियों पर बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं। सेंट्रल रेलवे के एक बयान के अनुसार, भुसावल से एक दुर्घटना राहत ट्रेन घटनास्थल पर भेजी गई है, और रेलवे घायलों के इलाज के लिए आवश्यक कार्रवाई कर रहा है।