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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान तीन खूंखार आतंकियों को मार गिराया। महादेव रेंज में छिपे बैठे आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन महादेव में जिन आतंकियों को मार गिराया, उनमें एक की पहचान हाशिम मूसा फौजी के रूप में हुई है। यह पहलगाम हमले का मास्टर माइंड बताया गया है। मूसा पाकिस्तान सेना में कमांडो रह चुका है।मुठभेड़ में मारे गए बाकी दोनों आतंकियों में अबू और यासिर शामिल हैं। सुलेमान शाह की जो फोटो एजेंसियों के पास थी, उसमें सुलेमान काफी मोटा ताजा दिख रहा है लेकिन तीन महीने तक छिपकर पड़े रहने और खानपान न हो पाने से वह काफी कमजोर हो गया था। यह मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित हरवन क्षेत्र के दाचीगाम जंगल की ऊपरी पहाड़ियों में हुई है। यह इलाका घने जंगल वाला है। सुरक्षा एजेंसियों को लश्कर के तीन आतंकी इस जंगल में होने की सूचना मिली थी, उसके बाद घेराबंदी की गई। दोनों ओर से हुई गोलीबारी में तीनों आतंकियों के मारे जाने की सूचना है, हालांकि अभी शव कब्जे में नहीं लिए गए हैं।
सेना का आया बयान
सोमवार शुरू किए गए ऑपरेशन महादेव में सेना ने पैराट्रूपर्स की भी मदद ली है। सेना ने एक बयान जारी कर तीन आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है। सेना ने अधिकारिक बयान में बताया कि तीनों आतंकियों के शव घने जंगलों में पड़े देखे गए हैं। सेना ने ड्रोन की मदद से शव ढूंढ निकाले हैं। तीनों विदेशी आतंकी बताए गए हैं। कहा जा रहा है कि ये शव पहलगाम हमले को देने वाले आतंकी होने की प्रबल संभावना है। कई लोग सेना और एनआईए की हिरासत में हैं, इनकी पहलगाम हमले में संदिग्ध भूमिका पाई गई थी, इन लोगों से मारे गए आतंकियों की पहचान कराई जाएगी, उसी के बाद सेना इनके पहलगाम हमले के गुनाहगार होने की घोषणा की जाएगी।
22 अप्रैल को हुआ था पहलगाम आतंकी हमला
सुरक्षा एजेंसियों को इस तरह की सूचनाएं मिली हैं कि ये वही आतंकी हैं जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का अंजाम दिया था। बता दें कि 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 28 पर्यटक मारे गए थे। इनमें स्थानीय लोग भी शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन अभी भी जारी है। आतंकियों के शवों के कब्जे में लेने की कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद इनकी पहचान कराई जाएगी। पहलगाम आतंकी हमले के दौरान आतंकी को खाना देने वाले शख्स से उनकी शिनाख्त कराई जाएगी।
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जानिए कैसे हुई मुठभेड़
मिली जानकारी के अनुसार, जंगलों में छिपे आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया। दोनों ओर से हुई गोलीबारी में तीन आतंकी ढेर हो गए हैं। दाचीगाम का यह क्षेत्र घने जंगलों और ऊंचे पहाड़ों वाला है, जो आतंकियों के छिपने का अड्डा बनता रहा है।
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