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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा की दक्षिण कोरिया यात्रा के दौरान एक अनोखी और दिलचस्प मुलाकात चर्चा का विषय बन गई। झा ने सियोल में रहने वाले लोकप्रिय यूट्यूबर येचन सी ली उर्फ 'चार्ली' से मुलाकात की, जो अपने ठेठ बिहारी अंदाज़ के लिए 'कोरियाई बिहारी' के नाम से मशहूर हैं।
JD (U) MP Sanjay Kumar Jha tweets, "This meeting was something different and special! It was a pleasure to meet YouTuber Yechan C. Lee aka Charlie in Seoul (South Korea), who is also known as 'Korean Bihari' for his typical Bihari style. Charlie came to Patna with his parents in… pic.twitter.com/gw20LOqX7J
— IANS (@ians_india) May 28, 2025
यह मुलाकात कुछ अलग और खास थी
संजय झा ने मुलाकात की एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें दोनों को सियोल की सड़कों पर मुस्कुराते हुए देखा जा सकता है। सांसद संजय झा ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया के ज़रिए साझा करते हुए लिखा,- यह मुलाकात कुछ अलग और खास थी! सियोल (दक्षिण कोरिया) में यूट्यूबर Yechan C. Lee उर्फ Charlie, जो अपने ठेठ बिहारी अंदाज के लिए 'कोरियाई बिहारी' के नाम से भी जाने जाते हैं, से मिल कर खुशी हुई। चार्ली बचपन में अपने माता-पिता के साथ पटना आ गये थे और यहीं पले-बढ़े।
यह मुलाकात कुछ अलग और खास थी! 🤩
— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) May 28, 2025
सियोल (दक्षिण कोरिया) में यूट्यूबर Yechan C. Lee उर्फ Charlie, जो अपने ठेठ बिहारी अंदाज के लिए 'कोरियाई बिहारी' के नाम से भी जाने जाते हैं, से मिल कर खुशी हुई। चार्ली बचपन में अपने माता-पिता के साथ पटना आ गये थे और यहीं पले-बढ़े।
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कोरियाई मूल, दिल से बिहारी
चार्ली (येचन सी ली)दक्षिण कोरियाई मूल के हैं, लेकिन उनका बचपन पटना में बीता। उन्होंने वहीं हिंदी, विशेष रूप से भोजपुरी लहजा सीखा और आज भी यूट्यूब पर वह बिहारी अंदाज़ में बात करते हुए नजर आते हैं। यही वजह है कि उन्हें लोग प्यार से 'कोरियाई बिहारी' बुलाते हैं। उनके वीडियोज़ में भारतीय संस्कृति, बिहारी खान-पान और भाषा को लेकर खास लगाव झलकता है। सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं जो उनकी इस अनोखी सांस्कृतिक मिश्रण की सराहना करते हैं।
सियासी मुलाकात में सांस्कृतिक अपनापन
संजय झा की यह मुलाकात सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति के वैश्विक प्रभाव और एक विदेशी नागरिक द्वारा उसे आत्मसात करने की अनोखी मिसाल भी है। यह दर्शाता है कि भारतीयता सिर्फ नागरिकता से नहीं, भावनात्मक जुड़ाव से भी जुड़ी होती है।
sanjay jha | Sanjay Jha JDU